रायपुर – प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर प्रदेश में मानसून 2022 में कम वर्षा/खण्ड वर्षा के कारण सूखा की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया है। राजस्व मंत्री ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के कई जिलों में मानसून 2022 में कम वर्षा अथवा खण्ड वर्षा होने के कारण कई तहसीलों में सूखा की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बन रही है। सभी जिला कलेक्टरों को प्रेषित पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि जिन क्षेत्रों में आंकलन के आधार पर कम वर्षा एवं खण्ड वर्षा से फसल प्रभावित हो रही है उसकी सूचना तत्काल प्रदान की जाए। राजस्व मंत्री ने कलेक्टरों को यह भी निर्देशित किया है कि राहत मैनुअल के अनुसार यथोचित कार्यवाही कर प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के कुछ जिले ऐसे हैं जहां इस साल मानसून के दौरान औसत से कम वर्षा हुई है, जिसकी वजह से खरीफ की फसल लेने वाले किसानों के सामने विकट स्थिति निर्मित हो गई है। जुलाई महीना बीत जाने के बावजूद भी खेतों में आधे से अधिक हिस्से में धान की बुआई अथवा रोपाई नहीं हो पाई है और जहां रोपाई हो भी गई है पानी के अभाव में खेत सूख रहे हैं, यहां तक कि खेतों में दरारें पड़ गई हैं। ऐसी स्थिति में किसान भविष्य को लेकर बहुत चिंतित है। प्रदेश के संवेदनशील राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने ऐसी विकट स्थिति को संज्ञान में लेते हुए शासन की ओर से तत्काल प्रभावी कदम उठाने के लिए जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया है। जिला कलेक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार की ओर से उचित कदम उठाया जावेगा।
राजस्व मंत्री ने प्रदेश में सूखा की स्थिति निर्मित होने की संभावना पर तत्काल कार्यवाही हेतु जिला कलेक्टरों को लिखा पत्र
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