दो वर्ष की उम्र से सीवियर थोरेकोलम्बर कायफोस्कोलियोसिस नामक रीढ़ की हड्डी की बीमारी से जूझ रही है ज्योति
डॉ. भीमराव अम्बेडकर और नारायणा अस्पताल में जांच पूर्ण, कमजोरी के कारण शरीर अभी ऑपरेशन के लायक नहीं
डॉक्टरों ने दिए हैं खानपान संबंधी जरूरी निर्देश, एक माह बाद होगा आगे का उपचार
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मरवाही के ग्राम सिवनी की ज्योति कैवर्त्य का इलाज तत्काल शुरू हो गया है। 20 वर्ष की ज्योति दो वर्ष की उम्र से ही सीवियर थोरेकोलम्बर कायफोस्कोलियोसिस नामक रीढ़ की हड्डी की बीमारी से जूझ रही है। संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के संज्ञान में ज्योति की बीमारी की बात आते ही उन्होंने सरकारी खर्चे पर ज्योति के इलाज के निर्देश गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला प्रशासन को दिए थे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. देवेंद्र सिंह पैकरा ने तत्काल ज्योति के इलाज की कार्यवाही शुरू की। सीएमएचओ डॉ. पैकरा ने बताया कि ज्योति को 14 सितम्बर को रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. विनीत जैन को दिखाया गया। उन्होंने जांच के बाद पाया कि ऑपरेशन से ही उसकी बीमारी का इलाज संभव है।
रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ एवं स्पाइन सर्जन डॉ. मनिंदर भूषण तथा मुंबई के लीलावती अस्पताल के स्पाइन व स्कोलियोसिस सर्जन डॉ. विशाल कुंदानी ने ज्योति की जांच कर बताया कि ऑपरेशन के लिए रीढ़ की हड्डी को सीधा करने की आवश्यकता है। इसके लिए उसे एक माह मशीनों के माध्यम से हॉलो-ट्रैक्शन पर रखने के बाद ही ऑपरेशन किया जा सकेगा। अभी ज्योति की शारीरिक कमजोरी को देखते हुए डॉक्टरों ने खानपान संबंधी जरूरी दिशा-निर्देश देते हुए एक महीने के बाद आगे के इलाज के लिए बुलाया है।