Monday, November 25, 2024
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शिक्षण संस्थानों को अच्छे बनाने में गुरु-शिष्य के अहम भूमिका ( कुलाधिपति )

श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई द्वारा एक सप्ताह तक चलने वाले (विद्यारंभम)कार्यक्रम के पहले दिन 20 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रूप में यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति माननीय श्री आई.पी. मिश्रा जी रहे।

अतिविशिष्ट अतिथि यूनिवर्सिटी की महानिदेशक श्रीमती जया मिश्रा जी उपस्थित रही। विशेष अतिथि के रुप में डॉ. पी.बी. देशमुख, निदेशक एसएसटीसी एवं यूनिवर्सिटी के कुलसचिव श्री पी.के. मिश्रा जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एल.एस. निगम, कुलपति श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, द्वारा की गई। विद्यारंभम के अवसर पर मुख्य अतिथि कुलाधिपति माननीय श्री आई.पी. मिश्रा ने कहा कि अच्छे शिक्षण संस्थानों की उन्नति में गुरु-शिष्य की बहुत बड़ी अहम भूमिका होती है। अच्छे शिक्षण संस्थानों का नाम रोशन होने का एकमात्र कारण है, संस्थान का बेहतर शैक्षणिक माहौल। साथ ही वहां से पढ़ा लिखा छात्र जब तार्किक सोच के साथ-साथ अपने समाज और देश का नाम रोशन करता है, तो संस्थान को भी गर्व महसूस होता है। देशभर में लगातार खुलते प्राइवेट संस्थान जिस तरीके से कुकुरमुत्ता की तरह खोले जा रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि वे गुणात्मकता से ज्यादा मात्रा मात्रात्मक तथ्यों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। इसलिए बेहतर संस्थान हमेशा गुणात्मकता की ओर ज्यादा ध्यान देता है। इसलिए शंकराचार्य यूनिवर्सिटी उनमें से एक है। आज देश में शिक्षा को लेकर या उसकी नीतियों को लेकर जो कुछ हो रहा है उससे देश के युवा छात्रों को बहुत बारीकी से समझने की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं प्रो. एलएस निगम, कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा की जिस तरह से वेद का पालन धर्म से होता है उसी तरीके से बुद्धि का पालन तर्क से होना चाहिए। विद्या का मतलब ही होता है मनुष्य से मनुष्यता को जोड़ना। इसलिए विद्या का प्रचार प्रसार जितना अधिक से अधिक होगा उतना ही एक बेहतर समाज न निर्माण होगा। शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की कोशिश है कि वह बहुत जल्द ‘संविधान एवं भारतीय विरासत और संस्कृति’ के दो पाठ्यक्रम को शुरू करने जा रही है। जिसकी पढ़ाई बहुत जल्द से जल्द शुरू होगी। ऐसे पाठ्यक्रमों का शुरू होना ऐसे समय में बेहद जरूरी है। ताकि युवाओं में एक तार्किक सोच पैदा हो सके।

यूनिवर्सिटी की महानिदेशक श्रीमती जया मिश्रा ने कहा की छात्रों को पाठ्यक्रम के अलावा विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए उनके शैक्षणिक सर्वांगीण विकास के लिए शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी उस दिशा में एक बेहतर काम कर रही है। ध्यानपूर्वक की गई पढ़ाई एक बेहतर जीवन जीने की कला भी सिखाती है। यूनिवर्सिटी माननीय कुलसचिव श्री पीके मिश्रा ने कहा छात्रों का भविष्य उनके बेहतर माहौल और उनकी सोच पर निर्भर करता है। इसलिए छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए एवम उनके मार्गदर्शन को सही दिशा में ले जाने के लिए ‘विद्यारंभम’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, ताकि नवागंतुक छात्र अपने नए परिवार के सदस्यों के साथ घुलमिल सके एवम आत्मनिर्भर बन सके।एसएसटीसी के निदेशक डॉ. पीबी देशमुख ने कहाकि पढ़ाई के लिए मन लगाकर पढ़ना बहुत जरूरी है। पढ़ाई में अगर मन ही नहीं लगेगा, तो छात्र पढ़ाई कैसे पर कर पाएगा साथ ही विद्यार्थियों को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि वह दूसरों के अनुभव से सीखने की कोशिश करता रहे। इस अवसर पर पत्रकारिता, बीबीए बीसीए विभाग के छात्राओं ने कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतिभा बारिक एवं डॉ. रविंद्र यादव ने किया एवं आभार प्रदर्शन उप कुलसचिव श्री विनय पीतांबरन ने किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सक्रिय सहभागिता अहम  रही।

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