मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने विभिन्न गांवों में कई विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन
महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया ने बालोद जिले के डौंडी विकासखंड के ग्राम कुआगोदी, लिमउडीह और सुरडोंगर में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन कर विकास कार्यों की सौगात दी है। श्रीमती भेंडिया ने ग्राम कुआगोदी में सामुदायिक भवन और हायर सेकेंडरी स्कूल में अतिरिक्त कक्ष के निर्माण हेतु भूमिपूजन, ग्राम लिमउडीह में शासकीय प्राथमिक शाला में चारदीवारी निर्माण, प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, बोरखनन एवं मोटर पम्प स्थापना और रंगमंच निर्माण कार्य का भूमिपूजन तथा ग्राम सुरडोंगर में पानी टंकी निर्माण व पशु आश्रय निर्माण का भूमिपूजन तथा पशु औषधालय के नवीन भवन व स्कूल में पुस्तकालय, प्रयोग शाला भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने ग्रामीणों को विकास कार्यों के लिए बधाई भी दी।
मंत्री श्रीमती भेंडिया ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व मेें राज्य सरकार की योजनाएं गांव-गांव तक पहुंच रही हैं, सभी ग्रामीण शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं। छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने का कार्य कर रही है, जिसके लिए नई पहल करते हुए ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना की जा रही है, जो ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार का नया अवसर प्रदान करेगा। मंत्री श्रीमती भेंडिया ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों के हित में कार्य किया जा रहा है इसी के चलते मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत तीसरी किश्त की राशि दीपावली से पहले किसानों दी जा रही है, जिससे किसान भाई दीपावली का त्यौहार बहुत अच्छे से मना सकें।
मंत्री श्रीमती भेंडिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 65 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर सोसायटी के माध्यम से की जा रही है। जिससे हमारे वन क्षेत्र के निवासियों को बेहतर आय प्राप्त हो रहा है, इससे उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। उन्होंने ग्रामीणों को कोदो-कुटकी, मूंग, उड़द, अरहर जैसे फसल लेने प्रोत्साहित किया। मंत्री श्रीमती भेंडिया ने उपस्थित ग्रामीणों को दीपावली, तुलसी पूजा, गोवर्धन पूजा और भाई दूज की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर जनपद पंचायत डौंडी की अध्यक्ष श्रीमती बसंती दुग्गा, उपाध्यक्ष श्री पुनीत राम सेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।