33 नमूनों की जांच में 02 अवमानक एवं 01 मिथ्याछाप नमूना पाया गया
राज्य शासन द्वारा त्यौहारी सीजन को देखते हुए लोगों की स्वास्थ्य की रक्षा हेतु खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को खाद्य प्रतिष्ठानों की जांच करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसपर कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा जिले मे निर्मित एवं बिकने वाली मिठाईयों की विशेष निगरानी एवं गुणवत्ता की जांच की जा रही है। अक्सर मिठाईयों पर तिथि अंकित नही करने संबंधी शिकायत विभाग को प्राप्त होती रहती है। जिसके लिए पूर्व में मिठाईयों के निर्माण एवं अवसान तिथि प्रदर्शित करने के जिला प्रशासन द्वारा निर्देश दिये गये थे। जिसकी औचक निरीक्षण कर नियमानुसार गुणवत्ता जांच हेतु बुधवार को मिठाईयों का नमूना लिया गया। इस दौरान अधिकारियों ने संगम स्वीट्स, लाला होटल एवं सुनिता होटल के किचन मंे पर्याप्त साफ-सफाई नहीं होने के कारण फटकार लगाकर नोटिस जारी किया गया तथा बंुदी लड्डू में अत्यधिक कलर होने पर विधिक नमूना भी संकलित किया गया है। जिसकी जांच चलित प्रयोगशाला के माध्यम से की गई। इसमें नगर के प्रमुख मिष्ठान भण्डारों से खोवा, मैदा, आदि से बनी 33 मिठाईयांे का नमूना संग्रहण कर स्पॉट पर ही जांच किया गया। जिसमें 30 मानक 2 अवमानक, एवं 1 मिथ्याछाप पाया गया। अब तक गुणवत्ता संबंधी अलग-अलग प्रकरणों पर लगभग 11 लाख से अधिक का अर्थदण्ड लगाया जा चुका है तथा गुड़ एवं बेसन से संबंधित प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। इस हेतु विभाग द्वारा ग्राहकांे से गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्रियों का उपयोग करने एवं चमकीले-भड़कीले मिठाईयों से परहेज करने की अपील की है। इस संयुक्त टीम में जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी डोमेन्द्र धु्रव, औषधि निरीक्षक सुखचैन सिंह धुर्वे, शकील खान, रामसिंह आदि सम्मिलित रहेे।