
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार जिले के छह गौठानों में स्थापित हो रहे महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) के संचालन के संबंध में जिला पंचायत डीआरडीए के परियोजना निदेशक श्री आर के खूंटे ने बैठक ली। बैठक में जिला मिशन प्रबंधक एनआरएलएम श्री दुर्गा शंकर सोनी, रीपा से सम्बद्ध विकासखंडों के अधिकारी-कर्मचारी एवं राज्य के विभिन्न जिलों में कृषि एवं आजीविका के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था भूमिगादी बस्तर के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में रीपा के तहत निर्मित इकाइयों के संचालन एवं उनमें निर्मित होने वाले उत्पादों के ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, उत्पादों की गुणवत्ता एवं विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के संबंध में विचार विमर्श किया गया है। बैठक में प्लानिंग किया गया कि रीपा में कार्य करने वाले लोगों को माह में कम से कम 20 से 25 दिन रोजगार मिले और उनकी आय कम से कम 6 हजार रूपए मासिक हो।
परियोजना निदेशक श्री खूंटे ने बैठक में बताया कि रीपा के अंतर्गत प्रस्तावित वनोपज प्रसंस्करण इकाई एवं कृषि संबंधी गतिविधियों में जिले की राज्य स्तर पर अलग पहचान है। यहां उत्पादित फसलों को रीपा के माध्यम से वैल्यू एडिशन कर स्थानीय लोगों की आय में अधिक वृद्धि जाएगी। रीपा के तहत गौरेला विकासखण्ड के पतरकोनी एवं धनौली गौठान, विकासखण्ड पेण्ड्रा के बारीउमराव एवं सोनबचरवार गौठान और विकासखण्ड मरवाही के बंशीताल एवं डोगरिया गौठान में औधौगिक इकाईयों की स्थापना की जा रही है। इनमें स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए महिला स्वसहायता समूहों, ग्रामीणों, राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों के साथ-साथ इसमें रुचि रखने वाले लोगों को आजीविका से जोड़ने हेतु इन औधौगिक इकाईयों को स्थापित किया जा रहा है।