कांग्रेस के राज में युवाओं का भविष्य अंधकार में डूब गया है। कांग्रेस सरकार न तो रोजगार दे रही है ना बेरोजगारी भत्ता दे रही है सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है । अब तो यह सरकार उससे भी बढ़कर युवाओं के स्वरोजगार पर ग्रहण लगा रही है।
भाजपा शासनकाल में लाइवलीहुड कॉलेज , दीनदयाल उपाध्याय कौशल योजना व मुख्यमंत्री कौशल विकास केंद्र के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार के लिए ट्रेनिंग दी जाती थी। जिसमें लाखों युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार अपनाते थे। परंतु कांग्रेस शासनकाल में वह भी लगभग बंद होने के कगार पर पहुंच गया है और भुपेश सरकार में युवाओं के भविष्य सवारने के लिए आवंटित प्रशिक्षण राशि का बंदरबांट का खेल चालू हो गया है। पहले हैदराबाद की कंपनी एस एल सी एजुकेशन सोसायटी 3:30 करोड़ लेकर भाग गई अब पंजाब की ओमप्रकाश बंसल एजुकेशन सोसायटी युवाओं के हक के ढाई करोड़ लेकर भाग गई पहले तो सरकार ने इस मामले को 3 साल दबाए रखा अभी एफ आई आर दर्ज कराके अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ रही है और सब जानते हुए भी वह कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं । कांग्रेस सरकार को बताना होगा कि मामले को इतने लंबे समय तक दबाकर रखकर आखिर वह किस को बचाना चाहती है । याद रखें छत्तीसगढ़ के युवा अपने भविष्य से सौदा करने वाले को छोड़ने वाली नहीं है।