छत्तीसगढ़ शासन की महत्त्वकांक्षी गोधन न्याय योजना को मुंगेली ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर छोटे से ग्राम पंडोतरा में निर्मित गौठान अन्नदाता महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए आजीविका का साधन बना हुआ है। गौठान के माध्यम से अन्नदाता महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं उल्लेखनीय कार्य करके अपने ग्राम का नाम रोशन कर रही हैं।
समूह के अध्यक्ष गंगा बाई गबेल और कमला बाई गबेल ने बताया की जिला प्रशासन मुंगेली के कुशल मार्गदर्शन में हमारे समूह के द्वारा अभी तक 562 क्विंटल वर्मी खाद का निर्माण और विक्रय किया गया और इसके साथ-साथ मुर्गीपालन, बकरी पालन, मछली पालन, मिनी राइस मिल का संचालन और विभिन्न गौठानों को केंचुआ बेचकर भी हम लोगों के द्वारा अतिरिक्त आमदनी प्राप्त की जा रही है। नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी योजना के माध्यम से गौठान चारागाह में विभिन्न प्रकार की सब्जी का भी उत्पादन किया जा रहा है, इसके अलावा हम लोगों के द्वारा पिछले साल से गन्ने का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर प्रारम्भ किया गया है, जिसे अभी हम लोग गुड़ फैक्ट्री में बेच रहे हैं, इससे भी हमें अतिरिक्त आय प्राप्त हो रहा है और हम आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। इस कार्य में जनपद पंचायत मुंगेली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, गौठान अध्यक्ष का पूरा सहयोग मिल रहा है।
मुंगेली : ‘गौठान बना आजीविका का साधन’
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