विधानसभा में झूठ बोलने पर कांग्रेस जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वादाखिलाफी के कीर्तिमान रच दिए हैं विधानसभा चुनाव के पूर्व जनता के पास जा जा कर झूठ बोला झूठा घोषणापत्र बनाया और अब विधानसभा में भी कही गई बात से मुकर रहे हैं। कांग्रेस की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है। घोषणा पत्र में की गई सारी घोषणाएं लंबित हैं। सरकार न शराबबंदी कर पाई, न संपत्ति कर हाफ हुआ, न युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला, न 20 लाख का मुफ्त इलाज मिला, ना 200 फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगी, ना नियमितीकरण हुआ जिसे 10 दिन में करने का वादा जनता के पास जाकर कांग्रेस ने किया था।
श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को इतना तो ज्ञान होगा कि सदन में दिया गया वक्तव्य पूरी सरकार का वक्तव्य माना जाता है। जब कैबिनेट में यह विषय आया ही नहीं था तो फिर सदन में इसकी घोषणा कैसे हुई? क्या मुख्यमंत्री ऐसा कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना चाहते हैं? श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव राजनीतिक तौर पर दो अलग-अलग शख्सियत भले ही हों, भले कांग्रेस में अनेक गुट हो लेकिन मुख्यमंत्री-मंत्री के नाते वे एक सरकार का हिस्सा हैं। इस नाते वे सामूहिक जिम्मेदारी से बंधे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साव ने कहा कि प्रदेश सरकार के राजनीतिक अंतर्द्वंद्व में प्रदेश के मरीज अकारण पिस रहे हैं। मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में श्री मुख्यमंत्री बघेल केवल सिंहदेव पर आरोप लगा कर प्रदेश की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकते। पहले भी प्रदेश में 25 हजार से अधिक शिशुओं की मौत कांग्रेस के शासनकाल में समुचित इलाज नहीं होने के कारण हो चुकी है। आखिर प्रदेश के मुख्यमंत्री इलाज के अभाव में हो रही मौतों की जिम्मेदारी से कब तक पल्ला झाड़ेंगे? इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री बघेल अब बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का ठीकरा किसके सिर फोड़ने की फिराक में हैं? श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के सियासी दंगल ने स्वास्थ्य सेवाओं को इतना बदहाल कर डाला है कि कहीं डॉक्टर्स अपनी ड्यूटी तक पूरी नहीं करते तो, कहीं ओपीडी ही समय से पहले बंद कर दी जाती है, कहीं मरीजों को पीने का पानी तक मुहैया नहीं तो, कहीं महिला और पुरुष मरीजों के लिए अलग-अलग वार्ड नहीं हैं। प्रदेश के अनेक इलाकों में तो मरीजों को लाने-ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था तक नहीं है और परिजन मरीजों को ढोकर लाने-ले जाने के लिए विवश हैं। श्री साव ने कहा कि प्रदेश सरकार बताए :-
1. कांग्रेस सरकार विधानसभा में की गई घोषणाओं से मुकर रही है। क्या वह विधानसभा में भी झूठ बोलती है?
2. क्या टी एस सिहदेव को नीचा दिखाने के लिए मुख्यमंत्री जनता के अधिकारों की बलि देते रहेंगे?
3. विधानसभा में मंत्री द्वारा की गई घोषणा को भूपेश जी, सरकार की सामूहिक घोषणा नहीं मानते?
4. सरकारी अस्पतालों में कैशलेस इलाज के लिए अब तक बजट में प्रावधान किन कारणों से नहीं किया गया?