Sunday, November 24, 2024
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*छत्तीसगढ़ में प्रथम त्यौहार हरेली के शुभ अवसर पर जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के उद्घाटन एवं हेरली त्यौहार को भव्य बनाने विधायक विकास उपाध्याय को बिलासपुर का दिया प्रभार*

*छत्तीसगढ़वासी मन ला पहिली तिहार हरेली के गाड़ा-गाड़ा बधाई एवं शुभकामनाएँ*

 

*रायपुर पश्चिम विधानसभा के प्रत्येक वार्ड में आज शाम 5ः00 बजे गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन – विकास उपाध्याय*

 

रायपुर (छत्तीसगढ़)। आज छत्तीसगढ़ के प्रथम त्यौहार हरेली के शुभ अवसर पर प्रदेश की सरकार ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का उद्घाटन कार्यक्रम जिला स्तर पर आयोजित करने आदेश दिया था। जिसकी शुरूआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रायपुर एवं संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय द्वारा बिलासपुर सहित अन्य विधायकों एवं मंत्रियों द्वारा अलग-अलग जिलों में प्रभारी के रूप में इस पावन त्यौहार को भव्य रूप से मनाया गया। साथ ही सभी अपने प्रभार क्षेत्र में गणमान्य नागरिकों व संबंधित जिले के अधिकारियों के साथ इस पावन त्यौहार के शुभ अवसर पर जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का उद्घाटन भी किये। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में पश्चिम विधानसभा के प्रत्येक वार्ड में आज शाम 5ः00 बजे गेड़ी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें समस्त वार्डवासियों को सम्मिलित होने का आग्रह किया है।

 

विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़वासियों को प्रथम त्यौहार हरेली की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। वे आज सुबह से ही बिलासपुर शहर में पहुँचकर हरेली त्यौहार के आयोजन करने हेतु संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये, तत्पश्चात् शासन के निर्देशानुसार जिले के आला अधिकारियों व गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का उद्घाटन किया। विधायक विकास उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ का प्रथम त्यौहार है, इस दिन घर में सुबह से हमारी माँ, दादी, दीदी, भाभी, चाची उठ कर चावल का चीला बनाने का प्रबंध करती हैं। आज हमारे अधिकतर किसान भाई के घरों एवं सभी प्रदेशवासियों के घरों में फावड़ा, कुदारी, नांगर, गैति आदि में चिला रोटी चढ़ाकर पूजा की जाती है। छत्तीसगढ़ के किसान हरेली त्यौहार के दिन अपनी खेतों में काम आने वाले औजारों को धोकर लाते हैं और उसके साथ-साथ गाय, बैल, भैंस को भी साफ सुथरा करने नहलाते हैं। जिसके बाद खेती में काम आने वाले औजारों को अपने घर के आंगन अथवा पूजा करने के स्थान पर रखकर पूजा की जाती है साथ ही अपने कुल देवी-देवताओं की भी पूजा करते हैं।

 

विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि हरेली पर्व पर गेड़ी का बहुत ही महत्व है। प्रत्येक घर में गेड़ी का निर्माण किया जाता है, घर में जितने युवा बच्चे होते हैं उतनी ही बड़ी गेड़ी का निर्माण किया जाता है। हरेली के दिन से गेड़ी का भादो में तीजा, पोला के समय ही समापन होता है। घर के प्रत्येक व्यक्ति युवा, बच्चे सब गेड़ी चढ़कर इस पर्व को धूम-धाम से मनाकर आनंद लेते हैं। गेड़ी का एक महत्वपूर्ण पक्ष है कि इसका प्रचलन वर्षा ऋतु में ही होता है, वर्षा के कारण कई रास्तों में कीचड़ हो जाते हैं, जिसमें बच्चे एवं युवा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ गेड़ी चढ़कर उस कीचड़नुमा रास्ते को पार कर इस त्यौहार को और भी आनंदमय बनाते हैं। इसके साथ कई स्थानों के तालाबों में नारियल फेक प्रतियोगिता के साथ-साथ अन्य प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जाती है। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में पश्चिम विधानसभा के प्रत्येक वार्ड में आज शाम 5ः00 बजे गेड़ी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, उन्होंने इस प्रतियोगिता के प्रदर्शन में समस्त वार्डवासियों को सम्मिलित होने का आग्रह किया है।

 

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