जांच दलों ने अपनी पड़ताल में पाया है कि बीते 4 साल के दौरान स्कूलों की हालत बद से बदतर होती जा रही है।
कहीं कोई मॉनिटरिंग नहीं हो रही है,शिक्षा व्यवस्था बदहाल है।
मूणत ने बताया कि रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लोगो की तरफ से निरंतर यह शिकायते प्राप्त हो रही थी कि स्कूलों की हालत जर्जर होती जा रही है,
शिक्षक स्कूलों से नदारत रहते हैं और शाला भवन में पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
मूणत ने आगे कहा कि बच्चों की सुरक्षा और जनता की समस्या को देखते हुए तत्काल यह निर्णय लिया गया कि भाजपा का जांच दल हालातो की पड़ताल करेगा।
मूणत ने बताया कि रायपुर पश्चिम विधानसभा के चारो मंडलों के अध्यक्षों को स्कूलों की स्थिति का जायज़ा लेने को कहा गया था, जिसके बाद जांच दलों ने उन्हें रिपोर्ट संगठन को सौंप दी है।
भाजपा नेताओं ने अपनी जांच में पाया कि कई स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके हैं ,जिससे कभी बागी हादसा घटित हो सकता है।
जांच में पाया गया कि कई स्कूलों में बच्चे तो हैं,लेकिन शिक्षक नदारद हैं। कई स्कूलों में मध्यांह भोजन की व्यवस्था नहीं है,तो कई में पीने के पानी के लिए लगाए गए नल टूटे हुए हैं।
जांच दल ने पाया कि तिलक नगर स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल में अभी तक बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तक और गणवेश नही भेजा गया है।
मूणत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री बघेल से लेकर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय आत्मानंद स्कूलों में जाकर बच्चों के साथ फोटो खिंचवाते हैं,लेकिन उनका अन्य स्कूलों को लेकर कोई विज़न नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना में भूपेश सरकार ने प्रदेश में खस्ताहाल स्कूलों के भारीभरकम का बजट रखा है ,
लेकिन सारे काम केवल कागज़ों में हैं।
निरीक्षण दल में मंडल अध्यक्ष प्रीतम सिंह ठाकुर,पार्षदगण श्रीमति कामिनी देवांगन,भोलाराम साहू,बसंत बाघ,पुरुषोत्तम मोवले, संजय वैद्य, शैलेष बड़गे,श्रीमति शकुन ठाकुर,सोहन साहू,नितेश शर्मा, भारती ठाकुर,रूपेश रहंगडाले,जितेंद्र ठवकर,आनंद सिंह,जागो दुबे, राजेश पासवान विक्रम राजपूत ,करण पाण्डेय , मौजूद रहे।