समाजवादी पार्टी के नेता बृजेश चौरसिया ने कहा की डबल इंजन की सरकार रही तो पूरे देश की स्थिति मणिपुर जैसी हो जाएगी
देश में डबल इंजन की सरकार बनी रही तो आने वाले दिनों में पूरे देश की स्थिति मणिपुर जैसी होगी।
देश को इस स्थिति से बचाना है तो जो जहाँ है, वहीं लोगों को समझाए कि डबल इंजन की सरकारों का कानून व्यवस्था और संविधान में विश्वास नहीं है।
गत चार मई को मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने का वीडियो केवल कानून व्यवस्था पर नहीं, सम्पूर्ण मानवता के माथे पर कलंक है। इसके लिए मणिपुर सरकार के साथ ही भारत सरकार भी दोषी है। श्री चौरसिया ने माननीय राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वह इस मामले को स्वयं संज्ञान में लें और दोषीजनों के साथ ही दोनों सरकारों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें।
पीड़ित महिलाओं को मणिपुर पुलिस की जीप से उतारा गया। उनके बचाव में आगे बढे उनके परिजनों की ह्त्या की गई। निर्वस्त्र कर परेड कराया गया और राज्य सरकार की पुलिस मूक दर्शक बनी रही। राज्य की कानून व्यवस्था के लिए यह घटना चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली बात है। उन्होंने कहा कि इस हृदय विदारक मामले में ढाई महीने तक भारत सरकार भी चुप्पी साधे रही। इस चुप्पी को लेकर भारत सरकार की भी जितनी निंदा की जाए, कम है।
राज्य की सरकार हो या केंद्र की सरकार, उसका पहला दायित्व है, कानून व्यवस्था का राज कायम करना। देश में जब से डबल इंजन की सरकार आई है, उसका पहला दायित्व हो गया है, कानून व्यवस्था के संरक्षण में कमजोर वर्ग को टार्गेट कर उत्पीड़ित करना और कराना। सरकार के इस रवैये से अराजक तत्वों का हौसला चरम पर है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के इसी रवैये की वजह से मणिपुर महीनों से हिंसा की आग में जल रहा है और
दोनों सरकारें केवल बयानबाजी कर रही हैं।
मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल करना डबल इन्जन की सरकार के वश का नहीं है। इसलिए मैं महामहिम राष्ट्रपति जी से आग्रह कर रहा हूँ कि वह मणिपुर की स्थिति को स्वयं संज्ञान में लें और कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए दोषीजनों के साथ ही इस मामले में चुप्पी साधे रहने के लिए दोनों सरकारों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करें। जिससे देश पर लगे इस कलंक को कम किया जा सके।
देश में डबल इंजन की सरकार रही तो आने वाले दिनों में मणिपुर जैसी स्थिति पूरे देश की होगी। सपा नेता कैफ मंजूर , चन्द्रशेखर सिंह , शुभम छतरी,रजनीश तिवारी, एवं तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहें