Saturday, August 31, 2024
Homeखास खबरकैट और मेटा भारत में 10 मिलियन व्यापारियों को डिजिटल बनाएंगे

कैट और मेटा भारत में 10 मिलियन व्यापारियों को डिजिटल बनाएंगे

*कैट और मेटा ने व्हाट्सएप बिजनेस ऐप के माध्यम से 10 मिलियन स्थानीय व्यवसायों को डिजिटल बनाने के लिए ’व्हाट्सएप से व्यापार’ साझेदारी का एलान किया*
*यह साझेदारी 17 शहरों के 1 मिलियन व्यापारियों को 29 राज्यों के 10 मिलियन व्यापारियों तक प्रशिक्षित करने के शुरुआती लक्ष्य पर आधारित है*
*इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे भारत में व्यापारियों के लिए 11 भारतीय भाषाओं में प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा*

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि देश भर में छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने के प्रयास में, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और वैश्विक कंपनी मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप द्वारा अपनी पार्टनरशिप में एक बड़ा आयाम देते हुए देश में 10 मिलियन स्थानीय व्यापारियों को डिजिटल रूप से प्रशिक्षित और कुशल बनाने का आज दोनों ने संयुक्त रूप से ऐलान किया।

साझेदारी का लक्ष्य सभी 29 भारतीय राज्यों में 11 भारतीय भाषाओं में हाइपर-स्थानीय डिजिटल प्रशिक्षण के साथ व्यवसायों के लिए विकास के अवसरों को उजागर करने के लिए डिजिटलीकरण प्रयासों को अंतिम व्यापारी तक पहुँचाना है।

पूरे भारत में 40,000 व्यापारी संगठनों से जुड़े लगभग 8 करोड़ व्यापारियों के अपने व्यापक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए, कैट व्यवसायों को उनके स्टोरफ्रंट को डिजिटल बनाने और उनके ’डिजिटल’ निर्माण में मदद करने के लिए आवश्यक ज्ञान से लैस करने के लिए व्यापक डिजिटल और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई

कार्यशालाओं की एक श्रृंखला देश भर में आयोजित करेगा जिसमें वहाट्सएप के बिजनेस ऐप पर ’दुकान’, जिसमें उन्हें कैटलॉग, क्विक रिप्लाई, क्लिक टू व्हाट्सएप जैसी सुविधाएँ जो ऐप पर उपलब्ध हैं, के बारे में शिक्षित करना शामिल है, जो छोटे व्यवसायों को अपने ग्राहकों के साथ कुशलतापूर्वक जुड़ना आसान बनाते हैं

इन वर्षों में, व्हाट्सएप बिजनेस ऐप ने पूरे भारत में सूक्ष्म, लघु व्यवसायों और एकल उद्यमियों को अपने व्यवसाय के लिए एक पेशेवर डिजिटल पहचान बनाने के साथ-साथ नए बाजारों की खोज करने और अपने ग्राहकों की सेवा करने के लिए एक लोकतांत्रिक प्रवेश द्वार प्रदान किया है।

यह साझेदारी भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाकर और नए युग की उपभोक्ता आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम बनाकर संपन्न व्यापार समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम ळें

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा, ’’तेजी से विकसित हो रही व्यावसायिक जरूरतों के साथ, प्रौद्योगिकी, विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक हो सकती है। हमारा मानना है कि खुद को बेहतर बनाने के लिए सही उपकरणों के साथ, भारत भर के व्यापारी अपने व्यवसाय को बढ़ाने के नए तरीके सीखकर लाभान्वित हो सकते हैं। व्हाट्सएप बिजनेस ऐप जो पहुंच और सफलता प्रदान कर सकता है वह अद्वितीय है। हम ’व्हाट्सएप से व्यापार’ कार्यक्रम पर मेटा के साथ अपनी साझेदारी का विस्तार करने के लिए उत्साहित हैं,

जिसे भारत के 29 राज्यों में 10 मिलियन व्यापारियों को कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह साझेदारी व्यापारियों और व्यवसायों को अधिक व्यापक ग्राहक आधार बनाने, अपने व्यवसाय को बढ़ाने और भारत की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में और भी योगदान देने में मदद करेगी।

मेटा के ग्लोबल अफेयर्स के अध्यक्ष निक क्लेग ने कहा, “यह भारत में उद्यमिता का युग है। भारत एक डिजिटल क्रांति का अनुभव कर रहा है, और जिस तरह से भारतीय उद्यमियों और छोटे व्यवसायों ने व्हाट्सएप जैसी तकनीकों को अपनाया है, वह इसका एक बड़ा हिस्सा है।

हम उद्यमियों और छोटे व्यवसायों को आगे के अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने में मदद करना चाहते हैं और भारत के टेक के केंद्र में बने रहना चाहते हैं।

यह साझेदारी 25,000 व्यापारियों को मेटा स्मॉल बिजनेस अकादमी तक पहुंच प्रदान करके व्यापारिक समुदाय के लिए कैट के डिजिटल कौशल चार्टर को भी गति देगी।

मेटा स्मॉल बिजनेस अकादमी द्वारा प्रमाणन विशेष रूप से नए उद्यमियों और विपणक को मेटा ऐप्स पर बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण डिजिटल मार्केटिंग कौशल हासिल करने में मदद करेगा। कार्यक्रम को पूरे भारत में एमएसएमई तक पहुंचने में सक्षम बनाने के लिए, पाठ्यक्रम मॉड्यूल और परीक्षा सात भाषाओं – अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, बंगाली, कन्नड़, तमिल और तेलुगु में उपलब्ध हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular