रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने प्रधानमंत्री आवास के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिखे गए पत्र को शर्मनाक और ओछे राजनीतिक चरित्र का परिचायक बताया है।
श्री चंदेल ने कहा कि प्रदेश के 16 लाख गरीब परिवारों का आवास छीनने का पाप करने वाले मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को पत्र लिखकर यह तो मान ही लिया है कि उन्होंने गरीबों के आवास नहीं दिए।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को इस बात के लिए शर्म महसूस करनी चाहिए कि उन्होंने यह कहकर गरीबों का आवास छीनकर अपने राजनीतिक ओछेपन का प्रदर्शन किया था कि इस योजना में ‘प्रधानमंत्री’ शब्द जुड़ा है,
इसलिए इसका पूरा पैसा प्रधानमंत्री दें। प्रधानमंत्री आवास का केन्द्रांश लौटा देने वाले मुख्यमंत्री बघेल अब केंद्र द्वारा राशि वापस ले लिए जाने का नया झूठ फैला रहे हैं और अपनी चला-चली की बेला में पत्र लिखकर प्रदेश की जनता को बरगलाने में लगे हैं।
चंदेल ने कहा कि अपने पूरे कार्यकाल में चिठ्ठियाँ लिखकर अपने नाकारापन का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ने और अनर्गल प्रलाप करने के अलावा मुख्यमंत्री बघेल ने कुछ भी नहीं किया।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी को पत्र लिखने के बजाय मुख्यमंत्री अगर केंद्र सरकार और अपने ही मंत्री के लिखे पत्रों पर गौर कर लेते तो प्रदेश के गरीब परिवारों के सिर पर पक्की छत होती। श्री चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को तीन केन्द्रीय मंत्रियों ने पत्र लिखकर पीएम आवास की स्वीकृति के लिए कहा था।
दिनांक 01 सितंबर 2021 को केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने, 15 सितम्बर 2021 को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने एवं 22 अगस्त 2022 को गया प्रसाद जी ने खत लिखकर प्रधानमंत्री आवास के विषय को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष रखा था।
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री बघेल के खुद के मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने 16 जुलाई 2022 को खत लिखकर प्रदेश सरकार को अवगत कराते हुए अपने उस विभाग से इस्तीफा भी दिया था।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल आज अपनी सरकार की अंतिम विदाई की बेला में किसलिए प्रधानमंत्री को खत लिख रहे हैं?
प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी आखिरी साँसें गिन रही है और मुख्यमंत्री बघेल चाहे जितने पैंतरे आजमा लें, अब प्रदेश की जनता भूपेश बघेल के भ्रमजाल में नहीं आने वाली है।
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