*जाते जाते भी किसान की बलि ले गई किसान विरोधी सरकार- भाजपा*
*भूपेश बघेल बताएं कि क्या हमारे किसान चोर हैं?*
*अन्नदाता का अपमान करने वाली सरकार का अंत तय है*
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने महासमुंद के लाफिनकला गांव के किसान राजाराम निषाद द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भू पे पुलिस का एक और किसान शिकार हो गया। राज्य में चारों तरफ अनाचार, अत्याचार का मंजर है।एक और बेकसूर कांग्रेस राज की नाइंसाफी का शिकार हुआ है। इसके पहले भी किसान कांग्रेस राज में प्रताड़ना और सरकार की वादाखिलाफी से कर्ज के जाल में फंसकर मौत को गले लगाने मजबूर हुए हैं और पांच साल तक यह सरकार ऐसे मामलों को झुठलाती रही है। कांग्रेस सरकार में किसानों से तक लूट का नतीजा है कि भू पे ने कांग्रेस सरकार को विदाई की बेला में भी एक किसान की जिंदगी अवैध वसूली में दे दी। इस किसान को चोरी के कथित मामले को रफा दफा करने एक लाख की रकम देने प्रताड़ित करने का आरोप उसके सुसाइड नोट में सामने आना इसका प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ में किसानों के साथ कितना क्रूर बर्ताव किया जा रहा है। क्या छत्तीसगढ़ का किसान चोर है?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि किसानों को कर्ज के जाल में फंसाकर उन्हें आत्महत्या के लिए विवश करने वाली सरकार, किसानों को चोर ठहराकर उन्हें एक लाख की रकम रिश्वत में देने प्रताड़ित करने वालो को संरक्षण देने वाली सरकार अब सिर्फ 5 दिन की मेहमान है। छत्तीसगढ़ के किसानों ने इस अन्यायी, अत्याचारी, दमनकारी, रिश्वतखोरी को पालने पोसने वाली सरकार के भाग्य में उसका अंत लिख दिया है। मौत को गले लगाने वाले एक एक किसान की आत्मा को इस सरकार के सफाए के बिना शांति कैसे मिल सकती है? उन दिवंगत अन्नदाताओं के परिवारों की आह झेलने के लिए कांग्रेस तैयार रहे। अब राजाराम की खुदकुशी ने फिर साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़ के किसानों के जीवन में कांग्रेस 5 साल तक कितना घातक ग्रहण बन कर लदी रही।