*साय सरकार जनता को दे रही है रद-खद चावल*
*मिलिंग पर 40 रुपया प्रति क्विंटल “साय भोग“ के भ्रष्टाचार की कीमत छत्तीसगढ़ की जनता को चुकानी पड़ रही है*
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने साय सरकार पर पीडीएस को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के सरकारी राशन दुकानों में गुणवत्ताहीन और सड़े-गले चावल, गेहूं की सप्लाई की जा रही है। अप्रैल और मई महिनें के लिए आवंटित चावल और गेहूं अधिकांश ग्रामीण इलाकों के दुकानों में बेहद रद्दी स्तर की है। छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की कमीशनखोरी के चलते आम जनता को मिलावटी और गुणवत्ता विहिन राशन लेनें मजबूर किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि जब से छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार आयी है, पीडीएस के सरकारी राशन दुकानों से चना, नमक, शक्कर, मिट्टीतेल गायब हो गया है। कटौती करके जो चावल और गेहूं भेजे जा रहे हैं वह भी सड़े-गले अपुपयोगी, गुणवत्ताहीन और मिलावटी हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मिलावटखोरों को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संरक्षण में गुणवत्ता विहिन राशन लेने मजबूर किया जा रहा है। मिलरों से 40 प्रति क्विंटल की कमीशनखोरी के चलते खराब राशन के सप्लायरों को भाजपा सरकार का संरक्षण है। जिस प्रकार से पूर्व में यह भी तथ्य उजागर हुआ कि बिना स्टॉक के भौतिक सत्यापन किए जनवरी माह में 37 प्रतिशत राशन की कटौती की गई और उसके पश्चात फरवरी माह के राशन में 44 प्रतिशत की भारी भरकम कटौती की गई। अप्रैल और मई महिनें के लिए आबंटित चावल गेहूं की गुणवत्ता को लेकर लगातार शिकायते आ रही है। रायपुर जिले के खरोरा के निकट बुडेरा ग्राम पंचायत में तो प्रर्दशन भी हुए लेकिन भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार कार्यवाही करने के बजाय परदेदारी करने में जुटी हुई है।