रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत एक महीने में 57 लापता बच्चों को सफलतापूर्वक खोजकर उनके परिवारों को सौंपा। यह अभियान 1 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक चलाया गया, जिसमें पुलिस ने गुमशुदा बच्चों की पहचान और बरामदगी के लिए विशेष प्रयास किए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में चलाए गए इस अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ममता देवांगन और उप पुलिस अधीक्षक ललिता मेहर के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने लगातार प्रयास कर 9 बालक और 48 बालिकाओं को विभिन्न राज्यों से बरामद किया।
कुछ प्रमुख मामलों में शामिल हैं:
- थाना खरोरा: मुकेश यादव ने अपनी 17 वर्षीय बेटी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर उसे बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया।
- थाना धरसींवा: राजीव लाल ने अपनी 17 वर्षीय बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर उसे खोज निकाला।
- थाना धरसींवा: राजू साहू की 14 वर्षीय बेटी का मामला, जो दो साल से लापता थी। उसे मजदूरी करते हुए अन्य राज्य से बरामद किया गया।
- थाना आमानाका: 15 वर्षीय लड़के को स्कूल न जाने पर घर छोड़ने के बाद रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया।
- थाना पंडरी: 17 वर्षीय लड़की, जो 2022 से लापता थी, को उसके माता-पिता को सौंपा गया, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
“ऑपरेशन मुस्कान” गृह मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य लापता बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारों से पुनः मिलाना है। रायपुर जिले की पुलिस टीम ने इस अभियान में सराहनीय कार्य किया है, जिससे 57 बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटाई गई।