रायपुर। फिल्मी दुनिया के नाम से मशहूर फिल्मों की माया नगरी मुंबई में छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध फिल्म कका जिन्दा है को शामिल किया गया जहां पर आयोजित कार्यक्रम में पहली बार छत्तीसगढ़ी फिल्म का जिन्दा है को सर्वश्रेष्ठ फिल्म माना गया जिसके चलते छत्तीसगढ़ी फिल्म कका जिन्दा है को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। जानकारी के माया नगरी मुंबई में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जहां पर सभी भाषाओं की फिल्मों को शामिल किया गया था जिसमें छत्तीसगढ़ी फिल्म कका जिन्दा है को सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानते हुए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसके चलते WiFPA वेस्टर्न इंडिया फिल्म एवं टी वी प्रोड्यूसर एसोसिएशन निर्माता मनोज खरे ने इस फिल्म को बना कर पुरे भारत में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो गया फिल्मों की माया नगरी पर। सोशल मीडिया के यू ट्यूब, इंस्टाग्राम पर लगभग चार हजार मिलियन लोगों द्वारा अपना प्यार और आशीर्वाद दिया गया है बहुत ही कम समय पर
फिल्म का जिन्दा है को जो कि एक रिकॉर्ड बन चुका है। फिल्म कका जिन्दा है को मुंबई में प्रथम स्थान मिलने पर पुरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो गया है साथ ही पुरे छत्तीसगढ़ के कलाकारों का भी मान सम्मान चार गुना ज्यादा बढ़ गया है। फिल्म कका जिन्दा है के WiFPA वेस्टर्न इंडिया फिल्म एवं टी वी प्रोड्यूसर एसोसिएशन निर्माता मनोज खरे जिनके द्वारा बहुत ही जबरदस्त अभिनय किया जाता है जिसके चलते आज पुरे छत्तीसगढ़ के आलावा महानगर मुंबई में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं निर्माता मनोज खरे द्वारा जिसके चलते पुरे छत्तीसगढ़ में फिल्म निर्माता निर्देशकों की पहली पसंद बन चुके हैं निर्माता मनोज खरे । फिल्म कका जिन्दा है के और हेमलाल चतुर्वेदी है एवं फिल्म के डायरेक्टर सलीम खान है और कास्ट पवन गांधी है। कका जिन्दा है फिल्म को मुंबई में प्रथम पुरस्कार मिलने पर समस्त प्रदेश वासियों ने ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाइयां दी साथ ही निर्माता मनोज खरे और उनकी पुरी टीम को धन्यवाद किया और उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की।
निर्माता मनोज खरे, हेमलाल चतुर्वेदी, विक्रम राज खलनायक के रोल ,में शानदार अभिनय किया उन की मांग हिंदी फिल्मो में भी जोरो से उठने लगी प्रोड्यूसर मनोज खरे की नई फिल्म की जनता द्वारा बेसबरी से प्रतीक्षा की जा रही है बहुत जल्द ही वेब सिरीज एवं छत्तीसगढ़ी फिल्म की तैयारी कर रहे है सलीम खान कृत, पवन गांधी
काहे के चिन्ता है कका जिंदा हे छत्तीसगढ़ी फिल्म