कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से भाजपा में हलचल मच गई है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि भाजपा ने आकाश शर्मा के नामांकन पत्र पर अनर्गल और गलत आपत्तियां लगाई थीं, जिसे निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया।
भाजपा ने आरोप लगाया था कि आकाश शर्मा का नाम रायपुर दक्षिण विधानसभा और बालोद जिले की मतदाता सूची में है। हालांकि, आकाश शर्मा और उनकी पत्नी ने पांच साल पहले बालोद के वार्ड क्र. 5 मंगोराभाठा से अपना नाम काटने का आवेदन दिया था। उनकी पत्नी का नाम तो हटा दिया गया, लेकिन आकाश शर्मा का नाम नहीं हटाने के लिए सरकार और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को जिम्मेदार ठहराया गया।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि किसी प्रत्याशी का नामांकन दो स्थानों पर नाम होने के आधार पर खारिज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के युवा प्रत्याशी आकाश शर्मा के पक्ष में जनता का माहौल बदल रहा है, और भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी की निष्क्रियता के चलते कांग्रेस को बड़ा लाभ मिल रहा है।
शुक्ला ने यह भी कहा कि भाजपा ने आकाश शर्मा के नामांकन पर आपत्ति लगाकर अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। भाजपा को यह स्पष्ट है कि चुनाव में आकाश शर्मा के सामने उनका प्रत्याशी जीत नहीं सकेगा, इसलिए उन्होंने नामांकन रद्द करने की साजिश की है।