रायपुर / प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार स्थानीय निकाय चुनावों को टालने के लिए जानबूझकर उनका कार्यकाल बढ़ा रही है, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी की हार का सामना न करना पड़े। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार ने राजस्व विभाग के माध्यम से नगरीय निकायों के कार्यकाल को छह महीने बढ़ाने की अधिसूचना जारी की है, और यह कदम पूरी तरह से भाजपा सरकार की हार के डर से उठाया गया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “भाजपा सरकार को यह भली-भांति पता है कि पिछले 11 महीनों में उसकी नीतियों और कार्यों के कारण प्रदेश भर में जनता का आक्रोश बढ़ चुका है। यदि समय पर चुनाव होते, तो भाजपा का नगरीय निकायों और स्थानीय निकायों में पूरी तरह से सफाया हो जाता। इसीलिए, सरकार ने चुनाव टालने के लिए निर्वाचित निकायों के कार्यकाल को छह महीने बढ़ा दिया है।”
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि संवैधानिक रूप से राज्य सरकार छह महीने से अधिक समय तक निर्वाचित निकायों का कार्यकाल नहीं बढ़ा सकती, इसीलिए इसे छह महीने तक ही बढ़ाया गया है। शुक्ला ने यह भी आशंका जताई कि छह महीने बाद फिर से नई अधिसूचना जारी कर कार्यकाल और बढ़ाया जा सकता है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस कदम के माध्यम से लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि दिसंबर के अंत में जब निर्वाचित निकायों का कार्यकाल समाप्त होगा, तो सरकार प्रशासनिक अधिकारियों या अपने प्रतिनिधियों को नियुक्त करके चुने हुए जनप्रतिनिधियों को बेदखल कर देगी और सभी निकायों में अपनी मनमानी चलाएगी।
शुक्ला ने विशेष रूप से दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भाजपा के खिलाफ भारी विरोध है, और इसलिए सरकार चुनाव कराने का साहस नहीं दिखा पा रही है।
कांग्रेस ने राज्य सरकार से सवाल किया है कि भाजपा के इस कदम के पीछे की असल वजह क्या है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए, ताकि लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा की जा सके।