रायपुर: कांग्रेस नेताओं ने भाजपा द्वारा रायपुर दक्षिण में 5000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दावा खोखला बताते हुए तीखी आलोचना की। कांग्रेस ने भाजपा की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 35 सालों में रायपुर दक्षिण में बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़कों, बिजली और पानी की समस्याएं जस की तस बनी रही हैं। कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा के विकास कार्यों की असलियत को उजागर किया और रायपुर के नागरिकों को विकास की दिशा में किए गए कांग्रेस सरकार के ठोस प्रयासों के बारे में बताया।
कांग्रेस नेताओं का आरोप:
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “भाजपा के नेताओं में यदि साहस है तो वे रायपुर दक्षिण में किए गए अपने विकास कार्यों की सूची सार्वजनिक करें। 35 सालों से यह क्षेत्र सड़कों, पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। भाजपा के विधायक और सांसद मंत्री बन गए, लेकिन उन्होंने जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया।”
भूपेश बघेल सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य:
पूर्व महापौर और सभापति प्रमोद दुबे ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि रायपुर के विकास में 15 साल तक मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल ने कोई ठोस काम नहीं किया। दुबे ने कहा, “भूपेश बघेल सरकार के 5 साल में जो काम हुआ, वह भाजपा के 15 साल के शासन से कहीं अधिक है। राज्य सरकार ने 2019-2024 तक रायपुर नगर निगम के लिए करोड़ों रुपये की राशि दी। पहले कभी ऐसा नहीं हुआ।”
प्रमोद दुबे ने यह भी बताया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में रायपुर नगर निगम कर्ज में डूबा हुआ था, लेकिन कांग्रेस ने उसे आत्मनिर्भर बना दिया। “भाठागांव बस स्टैंड, जवाहरलाल नगर, मल्टीप्लेक्स पार्किंग, 74 गार्डन, और नालंदा परिसर जैसी परियोजनाएं कांग्रेस के कार्यकाल में ही शुरू हुईं।”
रायपुर की सड़कों की बदहाली:
एमआईसी सदस्य और पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने रायपुर दक्षिण की सड़कें और खासतौर पर शारदा चौक के चौड़ीकरण को लेकर भाजपा की सरकार पर सवाल उठाए। शर्मा ने कहा, “शारदा चौक रायपुर की लाइफलाइन है, लेकिन भाजपा सरकार इस क्षेत्र में कोई काम नहीं कर पाई। बृजमोहन अग्रवाल को बताना चाहिए कि शारदा चौक का चौड़ीकरण क्यों नहीं हो पाया। भाजपा के विधायक ने इस मुद्दे पर गंभीरता से काम नहीं किया और सड़कों की हालत भी बदतर हो गई।”
भूपेश बघेल सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल:
पार्षद आकाश तिवारी ने भाजपा सरकार की शिक्षा नीति पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि भूपेश बघेल सरकार के तहत स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन बेहतर तरीके से हुआ, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद इन स्कूलों का हाल बेहाल हो गया है। “जब बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे, तब स्वामी आत्मानंद स्कूल को कलेक्टर के अधीन किया गया था, लेकिन अब इस स्कूल के संचालन के लिए राज्य सरकार के पास कोई योजना नहीं है,” तिवारी ने कहा।
कांग्रेस की कड़ी आलोचना:
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ अपने आरोपों को स्पष्ट करते हुए कहा कि भाजपा ने रायपुर दक्षिण के विकास को नजरअंदाज किया और जनता के मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपने झूठे दावों के जरिए जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, जबकि असलियत यह है कि रायपुर दक्षिण में विकास के मामले में कांग्रेस सरकार ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
कांग्रेस ने इस मामले को आगामी चुनावों में जनता के बीच लेकर जाने का भी संकेत दिया और कहा कि भाजपा को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा।