रायपुर: छत्तीसगढ़ फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज (CFOI) द्वारा होटल बेबीलोन इन में एक भव्य दिवाली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वर्ष 2024 के लिए नई कार्यकारिणी टीम के अध्यक्ष शंकर बजाज ने संस्था की 56 साल की यात्रा का जश्न मनाया और इसके साथ ही CFOI के पूर्व अध्यक्षों का सम्मान भी किया।
56 वर्षों की यात्रा का जश्न:
कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष शंकर बजाज ने 56 वर्ष की सफलता से भरी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज ने उद्योग जगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राज्य के व्यापारियों व उद्योगपतियों के हितों के लिए काम किया है। उन्होंने इस अवसर पर संस्था के पूर्व अध्यक्षों को सम्मानित किया जिनमें परेश माणिक, के सी शर्मा, कमल सारडा, घनश्याम दास तापड़िया, विजय मुथा, हंसराज कोठारी, गंगादास तापड़िया, संपत काबरा, अनिल पटेरिया और यू एन अग्रवाल शामिल हैं।
सम्मानित किए गए प्रमुख व्यक्ति और टीम:
समारोह में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर परवानी, राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंह देव और उनकी पूरी टीम का भी सम्मान किया गया। साथ ही, कैट (कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स) के कार्यकारिणी अध्यक्ष वासु मखीजा, सुरेंद्र सिंह और उनकी टीम को भी सम्मानित किया गया।
इसके अलावा, उद्योग जगत से जुड़े प्रमुख स्पॉन्सर और सहयोगी कंपनियों का भी सम्मान किया गया। इनमें शामिल थे:
- एडोर इंडस्ट्रीज: वर्मा जी और उनकी टीम
- गणेश ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड: उमंग गोयल जी और टीम
- प्रेम पैकेजिंग: रोहित पंजवानी जी और टीम
- ख्याति पेट इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड: वैभव बजाज जी और टीम
नए अध्यक्ष और टीम की उपस्थिति:
इस विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज की 2024 की नई कार्यकारिणी टीम भी उपस्थित रही। टीम के अध्यक्ष शंकर बजाज के साथ लव बंसल, सौरभ बरमट, सिद्धार्थ चितलांगिया, रमेश पंजवानी, रमेश पटेल, राजू कापसे, संजय चावड़ा, दिलीप भाई पटेल, निलेश मूंदड़ा, नवीन भाई पटेल, विनीत माहेश्वरी, हरीश मलंग, दिनेश माहेश्वरी, और दीपक गुप्ता ने कार्यक्रम की सफलतापूर्वक व्यवस्था सुनिश्चित की।
उद्योग जगत में सहयोग की भावना:
कार्यक्रम के दौरान शंकर बजाज ने छत्तीसगढ़ के उद्योग जगत के समक्ष आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की और बताया कि छत्तीसगढ़ फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज का उद्देश्य उद्योगों के विकास और राज्य के आर्थिक उत्थान के लिए निरंतर काम करना है। उन्होंने उद्योगपतियों से आह्वान किया कि वे राज्य सरकार के साथ मिलकर राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए काम करें और छत्तीसगढ़ को देश के प्रमुख उद्योग केंद्रों में शुमार करें।