रायपुर। छत्तीसगढ़ के भाजपा विधायक (रायपुर उत्तर) पुरंदर मिश्रा ने राज्य सरकार द्वारा ऋषि पंचमी के दिन नुआखाई पर्व पर हर वर्ष छत्तीसगढ़ के उत्कल बहुल जिलों में स्थानीय अवकाश घोषित करने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रदेश के उडियाभाषी समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और समाज हमेशा भाजपा का आभारी रहेगा।
मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के बाकी जिलों में नुआखाई पर्व को ऐच्छिक अवकाश के रूप में सूचित किया जाएगा, लेकिन रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, रायगढ़ और अन्य उत्कल बहुल जिलों में यह स्थानीय अवकाश के रूप में मनाया जाएगा। इस निर्णय के बाद उडियाभाषी समाज में खुशी की लहर है।
भा.ज.पा. विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि पिछली बार अगस्त माह में छत्तीसगढ़ प्रदेश उड़िया समाज द्वारा मुख्यमंत्री को नुआखाई पर्व पर शासकीय अवकाश घोषित करने के लिए एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस आवेदन पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और इस पर्व को छत्तीसगढ़ के उत्कल बहुल जिलों में स्थानीय अवकाश के रूप में मनाने का निर्देश दिया।
मिश्रा ने कहा कि नुआखाई उड़िया समाज का प्रमुख लोक पर्व है, जो नई फसल के आगमन पर मनाया जाता है। इस दिन उड़िया समाज के लोग अपने ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और किसानों का आभार व्यक्त करते हैं। ओडिशा राज्य के सीमावर्ती जिले जैसे रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, रायगढ़ में उड़िया समाज की संख्या अधिक है, और इन जिलों में नुआखाई पर्व को स्थानीय अवकाश के रूप में मनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 24 जिलों में विभिन्न समुदायों के लोग निवास करते हैं, और 35 लाख उडियाभाषी छत्तीसगढ़ राज्य में नुआखाई पर्व को मनाते हैं। अब यह पर्व राज्य में ऐच्छिक अवकाश की जगह एक महत्वपूर्ण अवसर बन जाएगा।
मिश्रा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और भाजपा को धन्यवाद देते हुए भगवान जगन्नाथ से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और राज्य की निरंतर प्रगति की कामना की।
प्रेस ब्रीफिंग में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी भी मौजूद थे।