रायपुर। चित्रकोट जलप्रपात के तट पर आयोजित बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी ने की।
बैठक में बस्तर संभाग और जिले में आदिवासी समुदाय के विकास के लिए भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने मीडिया से कहा, “बस्तर संभाग का समग्र विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है।” उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 31 मार्च 2025 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त बनाने के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा कि बस्तर में नक्सलवाद के प्रभाव को समाप्त करने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।
मंत्री ने बस्तर को अब ‘आमचो बस्तर’ के रूप में पहचान दिलाने की बात करते हुए क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “यदि आप छत्तीसगढ़ में विदेशी जैसे सुंदर नजारे और प्राकृतिक सुंदरता देखना चाहते हैं, तो बस्तर जरूर जाएं।”
बैठक के बाद, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बस्तर की लोक संस्कृति से जुड़े विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और हाट बाजार का दौरा किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, खाद्य आपूर्ति मंत्री दयाल दास बघेल, उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, बस्तर सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, अन्य विधायक और अधिकारी उपस्थित रहे।