Wednesday, January 29, 2025
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CG CRIME : सुप्रीम कोर्ट के आदेश का झांसा देकर कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट से 49 लाख लूटे 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामले में आरोपियों ने एक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट को डिजिटल अरेस्ट कर लाखों की ठगी कर दी है। यह वारदात छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की है। यहां सुप्रीम कोर्ट के वारंट का झांसा देकर साइबर ठगों ने 49 लाख की साइबर ठगी कर ली। ठगी का समझ आने के बाद पीड़ित ने भिलाई नगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है।

दरअसल, यह वारदात भिलाई सेक्टर के रहने वाले इंद्रप्रकाश कश्यप को के साथ हुई है। वह पश्चिम बंगाल के खड़कपुर स्थित रश्मि ग्रुप आफ कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट भी है। पीड़ित इन्द्र प्रकाश कश्यप को फोन पर धमकी देकर 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। साथ ही 49 लाख रुपए की ठगी कर ली।

अनजान कॉल उठाते ही उड़ होश

इंद्रप्रकाश कश्यप प्राइवेट कंपनी रश्मि ग्रुप कंपनी पश्चिम बंगाल के खड़कगपुर में अधिकारी के पद पर कार्यरत है। उन्होंने दुर्ग पुलिस को लिखित में शिकायत दी कि 7 नवंबर को खड़कपुर पश्चिम बंगाल में थे। तभी अचानक एक अनजान नंबर से उनके पास फोन आया।फोन पर बात करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड से सिम जारी करवाकर 29 लोगों को

कंपनी वाइस प्रेसिडेंट को किया डिजिटल अरेस्ट

पीड़ित इंद्रप्रकाश कश्यप से साइबर ब्रांच के अधिकारी ने कहा कि उनके आधार कार्ड से मलाड मुंबई के केनरा बैंक में खाता खोला गया है और उस खाते से करोड़ो का लेनदेन किया गया है। उसमें जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के खाते से भी लेनदेन होने का सबूत मिला है। इसके आधार पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तारी वारंटी जारी किया है। यह सुनते ही पीड़ित इंद्र प्रकाश भयभीत हो गया, जिसके बाद आरोपियों ने फायदा उठाकर कहा कि जांच होने तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं।

वीडियो कॉल से रखी नजर

आरोपी समय पर वीडियो कॉल कर उसकी हर एक्टिविटी पर नजर रखने लगे। फिर आरोपी ने कहा कि वह सीक्रेट्स सुपरविजन अकाउंट खोल रहे हैं, जिसमें उन्होंने सभी खातों के जमा रुपए का ट्रांसफर करना होगा। जिसे दो दिन बाद वापस कर दिया जाएगा।

ठगों ने 49 लाख कराए ट्रांसफर

इसके बाद आरोपियों के कहे अनुसार पीड़ित ने 49 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन, जब इंद्रप्रकाश कश्यप को यह बात समझ आई तो उसने तत्काल पुलिस को लिखित में सूचना दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस ने मामला कायम कर विवेचना में जुट गई। वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस से भी को-ऑर्डिनेशन किया जा रहा है।

साइबर एक्सपर्ट संकल्प राय ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट एक नया प्रकार का साइबर अपराध है। साइबर अटैकर स्वयं को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को विश्वास दिलाता है कि अपराध किया है। उन्हें डिजिटल गिरफ्तार कर लेता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसी फेक कॉल्स पर कभी भी आप विश्वास ना करें। ऐसा कॉल आता है तो तुरंत पुलिस को सूचित किया जाए।
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