- 11 ट्रेनों का रूट डायवर्ट
इस घटना के चलते इस मार्ग से गुजरने वाली 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि 6 ट्रेनें बीच में ही रोक दी गई हैं। इसके अलावा 11 ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार एक मालगाड़ी बिलासपुर की ओर आ रही थी। सुबह 11.15 बजे भनवारटंक स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने मालगाड़ी को आगे जाने लाइन क्लियर की।
- हादसे के चलते ट्रैक पर लगा कोयले का ढेर
इसी दौरान कोयले से भरे 22 वैगन लोको मोटिव से अलग होते हुए डिरेल होकर पलट गए। इस हादसे के चलते ट्रैक पर कोयले का ढेर लग गया। यही नहीं ट्रैक सहित ओएचई तार और सिग्नल के खंभे भी डैमेज हो गए। इससे इस रूट से गुजरने वाली यात्री ट्रेनें रोक दी गईं। रेलवे प्रशासन ने बिलासपुर, रायगढ़, अनूपपुर, शहडोल, उसलापुर, दुर्ग, रायपुर, गोंदिया सहित अन्य स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बनाया है।
- कोयला गाड़ी को नागपुर रूट डायवर्ट कर चलाया जा रहा
रेलवे के सीनियर डीसीएम अनुराग सिंह ने बताया कि इस हादसे के चलते यात्री ट्रेनों के साथ ही कोयला ले जाने वाली मालगाड़ी भी आंशिक रूप से प्रभावित हुई है। बहरहाल कोयला गाड़ी को कोरबा से नागपुर रूट होकर चलाया जा रहा है। इसके साथ ही बिलासपुर में कोयले के घुटकू साइडिंग जो प्रभावित हो रहे हैं, उनके लिए उस्लापुर से मालगाड़ी भेजी जा रही है।
- अमरकंटक, सारनाथ, उधमपुर ट्रेन डायवर्ड, कई यात्रियों की छूटी ट्रेन
मालगाड़ी के वैगन डिरेल होने से रेल यातायात चरमरा गया। रायपुर, दुर्ग तरफ से जाने और आने वाली ट्रेनों के डायवर्ट हो जाने से बिलासपुर तरफ के कई यात्रियों की ट्रेन छूटी है। क्योंकि अमरकंटक और सारनाथ एक्सप्रेस को गोंदिया होकर जबलपुर के रास्ते चलाया गया। हालांकि रेलवे प्रशासन ने इंटरसिटी से दुर्ग तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
- स्टेशनों में अफरा-तफरी, हेल्प बूथ खोले गए
रायपुर से भाटापारा तक के यात्रियों को दुर्ग तक पहुंचाने के लिए रेलवे प्रशासन ने सक्रियता दिखाई। रायपुर डिवीजन के सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी खुद मॉनिटरिंग करने में जुटे। स्टेशनों में कर्मचारियों और कुलियों की तैनाती के साथ ही हेल्प बूथ डेस्क शुरू कराया। इसके साथ ही लगातार एनाउंसमेंट किया जाने लगा।