नई दिल्ली। भारती एयरटेल ने अपने एआई-संचालित स्पैम-फाइटिंग सॉल्यूशन की सफलता की रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि इस सिस्टम ने पिछले ढाई महीनों में 8 अरब स्पैम कॉल्स और 0.8 अरब स्पैम एसएमएस को चिह्नित किया है। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि एआई-आधारित नेटवर्क ने हर दिन लगभग एक मिलियन स्पैमर्स की पहचान की है, और 25.2 करोड़ ग्राहकों को इन स्पैम कॉल्स के बारे में चेतावनी दी है।
इस पहल के बाद, स्पैम कॉल्स का जवाब देने वाले ग्राहकों की संख्या में 12% की गिरावट आई है। एयरटेल नेटवर्क पर किए गए सभी कॉल्स में से 6% को स्पैम कॉल्स के रूप में पहचाना गया, जबकि 2% एसएमएस भी स्पैम के रूप में चिन्हित किए गए। सबसे ज्यादा स्पैम कॉल दिल्ली से की गईं, जबकि गुजरात, कोलकाता और उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा स्पैम एसएमएस भेजे गए।
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि स्पैम कॉल्स का 76% पुरुष ग्राहकों को किया गया, और 36-60 आयु वर्ग के ग्राहकों को सबसे ज्यादा (48%) स्पैम कॉल्स मिलीं। इसके अतिरिक्त, स्पैम कॉल्स की अधिकता दिन के समय विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच देखी गई और सप्ताहांत में इन कॉल्स की संख्या 40% तक घट गई।
एयरटेल का यह एआई-संचालित समाधान न केवल स्पैम कॉल्स और एसएमएस को पहचानने में सफल रहा है, बल्कि इसने भारतीय टेलिकॉम इंडस्ट्री में नई सुरक्षा मानक स्थापित किए हैं, जिससे ग्राहकों की गोपनीयता और सुविधा को सर्वोपरि रखा गया है।