कोरबा। कोरबा में हुए सनसनीखेज हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, जिसमें सराफा व्यापारी गोपाल राय सोनी की हत्या कर उनके वाहन और अन्य सामान की चोरी की गई थी। पुलिस ने 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद मुख्य आरोपियों तक पहुंच बनाई। इस मामले में मुख्य आरोपी मृतक का ड्राइवर और उसका भाई थे, जिन्होंने हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
घटना 5 जनवरी की रात को हुई थी, जब गोपाल राय सोनी के बेटे नचिकेता राय सोनी ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पिता की हत्या कर दी गई और उनकी कार, अटैची तथा उनकी मां का मोबाइल लूट लिया गया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों को भेजा। प्रारंभिक जांच में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से दो संदिग्धों का पता चला, जिनकी पहचान बाद में मोहन मिंज और उसके साथियों के रूप में की गई।
मुख्य आरोपी मोहन मिंज ने पुलिस पूछताछ में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और बताया कि सूरज पुरी गोस्वामी और उसके भाई आकाश ने गोपाल राय सोनी के घर चोरी करने की योजना बनाई थी। सूरज ने आकाश से गोपाल राय सोनी की दुकान की चाबी हासिल की थी ताकि वे सोने-चांदी और पैसे चुरा सकें।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। इस मामले में पुलिस की टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, सूचना तंत्र और तकनीकी विश्लेषण के जरिए अपराधियों तक पहुंच बनाई। मामले में पुलिस अधिकारियों की भूमिका सराहनीय रही, जिसमें निरीक्षक प्रमोद डनसेना, निरीक्षक मोतीलाल पटेल और निरीक्षक रूपक शर्मा का योगदान प्रमुख रहा।