
रायपुर। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पेश किए गए 2025 के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़वासियों को सिर्फ निराशा और झूठे वादे दिए हैं। उनका कहना था कि बजट में जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कोई ठोस प्रावधान नहीं किए गए हैं।
गोपाल साहू ने कहा, “पेट्रोल की कीमत केवल 1 रुपये सस्ती की गई, जबकि सरकार ने 5 रुपये सस्ता करने का वादा किया था। युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता, किसानों की आय बढ़ाने के लिए बजट में कुछ भी नहीं किया गया। मोदी सरकार के वादों, जैसे 1 लाख नौकरी और महिलाओं के लिए 500 रुपये में सिलेंडर देने के मुद्दे पर बजट में कोई बात नहीं की गई।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के आदिवासी समाज के लिए भी बजट में कुछ नहीं रखा गया है। शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और मजदूरों-गरीबों की आमदनी बढ़ाने के लिए बजट में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। राज्य के वनोपज पर आधारित उद्योगों और वनोपज उत्पादों की खरीदी पर भी कोई बात नहीं की गई है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने अपने कार्यकाल में एक भी नया सरकारी विश्वविद्यालय नहीं खोला, जबकि वे विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़ाने का दावा करते रहे थे।
गोपाल साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 साल पहले रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक रायपुर में स्मार्ट सिटी का कोई वास्तविक रूप नहीं दिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत केवल दफ्तर खोले गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ है। इसके अलावा, राजधानी रायपुर से दुर्ग तक मेट्रो ट्रेन की योजना भी केवल एक झूठा वादा साबित हुआ है, जैसा कि पहले रमन सरकार ने मेट्रो ट्रेन का सपना दिखाया था।
राज्य के शासकीय कार्यालयों में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण, निकाले गए कर्मचारियों की बहाली और न्यून मानदेय कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन देने की मांगों को लेकर बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। साथ ही, ठेका आधारित कामकाजी व्यवस्था को समाप्त करने के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
साहू ने व्यापारियों के लिए और अधिक कर में राहत देने और व्यापार अनुदान देने की आवश्यकता जताई, लेकिन बजट में व्यापारियों को निराशा ही हाथ लगी है। उन्होंने कहा, “यह बजट छत्तीसगढ़वासियों के लिए निराशा लेकर आया है, और सरकार ने सिर्फ छलावा किया है।”
यह बयान राज्य सरकार के बजट पर जनता की उम्मीदों के खिलाफ पेश किया गया है, जिससे प्रदेश की जनता की निराशा साफ तौर पर झलक रही है।