
रायपुर। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज जी की पुण्यतिथि पर मराठा युवा समाज रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा स्थल, तात्यापारा चौक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मराठा समाज के सदस्यों ने छत्रपति संभाजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण किया और दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मराठा वीर योद्धा के अद्वितीय बलिदान और शौर्य की गाथाओं पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान मराठा समाज के युवा अध्यक्ष लोकेश पवार ने कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज एक परमप्रतापी और अजेय योद्धा थे। उन्हें औरंगजेब ने मुसलमान बनने का दबाव डाला और 39 दिनों तक उनके अंगों को काटने की क्रूरता अपनाई। लेकिन छत्रपति संभाजी महाराज ने अपनी अंतिम सांस तक हिंदू धर्म को न छोड़ने की प्रतिज्ञा ली। उनकी प्रसिद्ध हुंकार थी, “हजार बार जियूँगा, हजार बार मरुंगा, लेकिन हिंदू धर्म नहीं छोड़ूंगा।”
लोकेश पवार ने कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज ने धर्म, संस्कृति और हिंदवी स्वराज के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन अधर्म के आगे कभी नहीं झुके। उनके बलिदान के कारण हम आज सुरक्षित हैं और अपने घरों में सिर उठाकर रहते हैं। मराठा समाज ने उनके दिखाए मार्ग पर चलने की शपथ ली।
इस आयोजन में मराठा मित्र मंडल के अध्यक्ष गुणवंत घाटगे, मराठा युवा समाज के अध्यक्ष लोकेश पवार, कोषाध्यक्ष महेंद्र जाधव, और अन्य समाज के सदस्य जैसे कमलाकर भोंसले, दीपक इंग्ले, शरद फरताड़े, रंजीत बाबर, नीरज इंग्ले, प्रभात डूकरे, सौरभ बाकरे, महेन्द्र कांगले, सुमीत ढीगे, रितिक राव, संजू राव, हिमांशु इंग्ले, रविकांत शिंदे, हेमंत मोहिते, ब्रवीन सोलंके, गोल्डी शिंदे, प्रियांशु यादव सहित मराठा समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।