
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार राज्य की जनता को शराबी बनाने पर तुली हुई है। बैज ने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए शराबबंदी के लिए वादे करने वाली भाजपा ने सत्ता में आने के बाद राज्य में शराब की दुकानों की संख्या दुगुनी कर दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहले लगभग 700 देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानें थीं, लेकिन भाजपा सरकार ने अब प्रत्येक देशी शराब दुकान में अंग्रेजी शराब और प्रत्येक अंग्रेजी शराब दुकान में देशी शराब बेचने का आदेश दिया है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में शराब की दुकानों की संख्या अब बढ़कर 1400 हो गई है। इसके अतिरिक्त, 1 अप्रैल से 67 नई शराब दुकानों को खोला गया है।
शराब के सरकारीकरण का आरोप
दीपक बैज ने भाजपा सरकार के पहले शराब के सरकारीकरण का भी जिक्र किया, जब रमन सरकार के दौरान शराब को सरकारीकरण किया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद शराब की खपत बढ़ाने के प्रयास तेज हो गए हैं और शराब की अवैध बिक्री तथा नकली शराब का धंधा राज्य में तेजी से फैल रहा है।
नकली शराब का कारोबार और कोचियागिरी
बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में शराब के अवैध कारोबार को संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों से खबरें आ रही हैं कि सरकारी शराब दुकानों से अतिरिक्त पैसे लेकर शराब को गली-मोहल्लों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा, हाल ही में डोंगरगढ़ में एक बाटलिंग प्लांट में रंगे हाथों नकली शराब को पानी मिलाते हुए पकड़ा गया था। इसके अलावा, दूसरे राज्यों की शराब को बस्तर, सरगुजा जैसे क्षेत्रों में निर्बाध रूप से पहुंचाया जा रहा है। बैज ने कहा कि नकली और अवैध शराब के कारोबार को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है और यह सरकार की नीतियों से बढ़ रहा है।
शराब की कीमतों में कमी और आहातों का विरोध
बैज ने कहा कि हाल ही में मंत्रिमंडल ने विदेशी शराब पर 9.5 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स को कम कर दिया और इसके परिणामस्वरूप शराब की कीमतों में 4 प्रतिशत तक कमी की गई। इसके अलावा, शराब बिक्री को बढ़ावा देने के लिए आहातों को एयर कूल्ड बनाने का प्रयास किया गया है, जो शराब की काली कमाई को बढ़ावा देने की दिशा में कदम है।
भाजपा पर शराबबंदी के वादे से मुकरने का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी दौर में शराबबंदी की बात की थी, लेकिन सरकार बनने के बाद भाजपा के नेताओं की जुबान पर ताला लग गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह दोहरा रवैया साबित करता है कि सरकार शराब के विक्रय को बढ़ावा देने में लगी हुई है। बैज ने भाजपा से शराबबंदी पर अपना स्टैंड साफ करने की मांग की।
कांग्रेस सरकार का शराब पर नियंत्रण
दीपक बैज ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान 100 से अधिक शराब की दुकानों को बंद किया गया था और कांग्रेस के 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ प्रति व्यक्ति शराब की खपत में देश में 18वें स्थान पर आ गया था। बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने शराब की खपत को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए थे और भाजपा को शराबबंदी पर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए।
निष्कर्ष
दीपक बैज के अनुसार, भाजपा सरकार के शराब नीति के चलते राज्य में शराब की खपत और बिक्री को बढ़ावा मिल रहा है, जबकि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए शराबबंदी के वादे किए थे। अब यह सरकार शराबबंदी की बजाय शराब के विक्रय को प्रोत्साहन दे रही है, जिससे राज्य में शराबी संस्कृति बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है।