
बीजेपी द्वारा “वन नेशन, वन इलेक्शन” के मुद्दे को उठाने के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने इस पर कड़ा पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी देश को दिग्भ्रमित करने और निर्वाचन आयोग को “हाइजैक” करने का प्रयास कर रही है। उपाध्याय ने कहा कि बीजेपी लगातार इलेक्शन कमीशन पर दबाव बना रही है और चुनावी प्रक्रिया को अपनी राजनीतिक मंशाओं के मुताबिक प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
विकास उपाध्याय ने यह भी कहा कि बीजेपी की यह चाल हरियाणा और महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में हेरफेर करने जैसी घिनौनी रणनीतियों का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “इन राज्यों में वोटर लिस्ट में अनियमितताएं सामने आई हैं, और अब छत्तीसगढ़ में लोकल बॉडी चुनावों में भी इसी तरह के फैलाव की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
उपाध्याय ने आगे कहा कि बीजेपी अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी कर रही है, और “वन नेशन, वन इलेक्शन” का प्रस्ताव असल में इस पूरी प्रक्रिया को और भी संकुचित करने की कोशिश है। उनका यह भी कहना था कि इस कदम से लोकतंत्र की मूल भावना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
इस बयान से छत्तीसगढ़ में सियासी माहौल और भी गर्म हो गया है, और इस मुद्दे पर कई राजनीतिक दल अपनी राय रखने के लिए तैयार हैं। विकास उपाध्याय के आरोपों ने बीजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।