
रायपुर। देशभर में दिव्यांगों के पुनर्वास और सेवा के क्षेत्र में अग्रणी, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त नारायण सेवा संस्थान द्वारा छत्तीसगढ़ के दिव्यांगजनों के लिए दूसरी बार निःशुल्क “नारायण आर्टिफिशियल लिम्ब माप कैम्प” का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर रविवार, 13 अप्रैल को जैन दादा बाड़ी, एम.जी. रोड, रायपुर में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा।
दिव्यांगों के लिए जीवन में नई शुरुआत की ओर एक कदम
संस्थान के मीडिया एवं जनसंपर्क निदेशक भगवान प्रसाद गौड़ ने बताया कि यह शिविर उन दिव्यांगजनों के लिए है जिन्होंने किसी दुर्घटना या बीमारी के कारण अपने हाथ या पैर खो दिए हैं, या जो पुराने, भारी और असुविधाजनक कृत्रिम अंगों के साथ संघर्ष कर रहे हैं। संस्थान का उद्देश्य ऐसे दिव्यांगों को हल्के, टिकाऊ और आधुनिक तकनीक से निर्मित नारायण लिम्ब देकर आत्मनिर्भर बनाना है।
यह विशेष शिविर संस्थान की “कुआँ प्यासे के पास” योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया है, जिसमें विशेषज्ञ ऑर्थोटिस्ट और प्रॉस्थेटिक डॉक्टर्स की टीम दिव्यांगजनों की जाँच करेगी और उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सटीक माप लेकर कृत्रिम अंग तैयार करेगी। दो महीने बाद अलग से एक फिटमेंट कैम्प में इन अंगों को दिव्यांगों को निःशुल्क फिट किया जाएगा।
🆓 शिविर में निःशुल्क सुविधाएँ:
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कृत्रिम अंग माप कैम्प
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डॉक्टरी परामर्श
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निःशुल्क चाय, अल्पाहार एवं भोजन की व्यवस्था
कैसे करें पंजीयन?
शिविर में भाग लेने के लिए दिव्यांगजनों से अनुरोध किया गया है कि वे आधार कार्ड, दिव्यांग प्रमाण पत्र और 2 पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाएं।
अधिक जानकारी के लिए संस्थान की हेल्पलाइन 70235-09999 पर संपर्क किया जा सकता है।
मानवता की सेवा में 40 वर्षों का समर्पण
1985 से “नर सेवा – नारायण सेवा” के संकल्प के साथ काम कर रहे इस संस्थान के संस्थापक पद्मश्री कैलाश मानव और अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने अब तक 40,000 से अधिक कृत्रिम अंग दिव्यांगों को उपलब्ध कराए हैं। प्रशांत अग्रवाल को वर्ष 2023 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विशेष उपस्थिति:
प्रेस वार्ता में निदेशक भगवान प्रसाद गौड़ के साथ आश्रम प्रभारी हेमंत कुमार और शिविर संयोजक भरत पालीवाल भी उपस्थित रहे। इस दौरान शिविर का पोस्टर विमोचन किया गया और शहर के प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों व मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है।