
रायपुर। (छत्तीसगढ़) रायपुर के रामनगर स्थित गुलमोहर पार्क क्षेत्र में नगर निगम और जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते एक मासूम नाबालिग की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हुए। इस हृदयविदारक हादसे के खिलाफ पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने आज आम नागरिकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन किया।
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने इस घटना को प्रशासन की संवेदनहीनता और शासन की निष्क्रियता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा
- “बीजेपी की सरकार धृतराष्ट्र की तरह आंखें मूंदे बैठी है। जैसे महाभारत में धृतराष्ट्र को अपने पुत्र दुर्योधन की करतूतें नहीं दिखती थीं, वैसे ही आज की सरकार को जनता की पीड़ा, मासूमों की मौत, और अफसरों की लापरवाही नजर नहीं आ रही है।”
हादसे की पृष्ठभूमि:
गुलमोहर पार्क के पीछे बीएसयूपी कॉलोनी में नगर निगम द्वारा सिवरेज के लिए खोदा गया गड्ढा महीनों से खुला पड़ा था, जिसमें गंदा पानी भर गया था। स्थानीय नागरिकों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन नगर निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन कल रात एक मासूम की मौत हो गई, एक बच्चे का इलाज जारी है, जबकि तीसरा बच्चा सुरक्षित है।
धरना-प्रदर्शन की मुख्य मांगें:
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मृतक परिवार को ₹20 लाख का मुआवजा दिया जाए।
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इलाजरत बच्चे को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा और उसके परिवार को ₹10 लाख का मुआवजा दिया जाए।
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दोषी अधिकारियों पर तत्काल निलंबन और कार्रवाई हो।
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इलाके की समस्याओं का त्वरित और स्थायी समाधान निकाला जाए।
उपाध्याय ने कहा कि यह सिर्फ एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई है। जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
जन सहयोग व समर्थन:
धरने में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, महिलाएं, वरिष्ठजन, कांग्रेस कार्यकर्ता, और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में प्रशासन की असंवेदनशीलता और निष्क्रियता की आलोचना की और पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति जताई।