
रायपुर। (छत्तीसगढ़) राजधानी रायपुर में नगर निगम की घोर लापरवाही के कारण एक बार फिर एक मासूम बच्चे की जान चली गई। रामनगर चौकी अंतर्गत गुलमोहर पार्क कॉलोनी में सीवरेज टैंक निर्माण के लिए खोदे गए खुले गड्ढे में तीन बच्चे गिर गए, जिनमें से दो को बचा लिया गया, लेकिन एक मासूम की पानी में डूबने से मौत हो गई।
मृत मासूम की उम्र मात्र 5 से 7 साल:
घटना के वक्त बच्चे गली में खेल रहे थे, तभी ये खुले और पानी से भरे गड्ढे में जा गिरे। गड्ढा महीनों से खुला पड़ा था, और स्थानीय निवासियों द्वारा बार-बार शिकायत के बावजूद निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मौके पर पहुंची पुलिस और राहत दल:
हादसे की सूचना मिलते ही गुढ़ियारी पुलिस, राहत दल, और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचे। दो बच्चों को तुरंत बचा लिया गया, लेकिन एक मासूम की मौके पर ही मौत हो गई।
कॉलोनीवासियों में भारी आक्रोश:
घटना के बाद क्षेत्र के नागरिकों ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई एवं पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। नागरिकों का कहना है कि “बार-बार चेताने के बावजूद निगम कुंभकर्णी नींद में है।”
एक और हादसा टला – छत्तीसगढ़ नगर में राहगीर ने बचाई जान
इसी तरह का एक और हादसा छत्तीसगढ़ नगर क्षेत्र में हुआ, जहां एक तीन साल का बच्चा सड़क किनारे खेलते-खेलते गड्ढे में गिर गया। गनीमत रही कि एक बाइक सवार युवक ने स्थिति को तुरंत भांपते हुए बाइक गिराकर गड्ढे में छलांग लगा दी और मासूम की जान बचा ली।
इस घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसने नगर निगम की लापरवाही को एक बार फिर उजागर किया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
रायपुर में जानलेवा बन रहे निगम के अधूरे निर्माण कार्य:
-
खुली नालियां, आधे-अधूरे सीवरेज प्रोजेक्ट
-
महीनों से अधूरी खुदाई
-
बारिश या रिसाव से भरे जानलेवा गड्ढे
-
नागरिकों की शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं
न्याय की मांग:
स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मृतक के परिवार को ₹20 लाख का मुआवजा, इलाजरत बच्चों के लिए बेहतर इलाज और ₹10 लाख की आर्थिक सहायता और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल निलंबन व कार्रवाई की मांग की है।