
रायपुर। राजधानी रायपुर के मोहबा बाजार क्षेत्र में प्रस्तावित शराब दुकान को लेकर स्थानीय रहवासियों और कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं और कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
रिहायशी इलाके में शराब दुकान खोलने पर विरोध
विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया कि जिस शराब दुकान को महिला सुरक्षा और स्थानीय जनता की मांग पर कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बंद कराया गया था, उसी दुकान को अब भाजपा सरकार दोबारा खोलने जा रही है। उन्होंने इसे जनविरोधी और असंवेदनशील निर्णय बताया।
“हम सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे” – विकास उपाध्याय
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए उपाध्याय ने कहा,
“हमने पहले भी इस दुकान को बंद कराया था, आज फिर भाजपा सरकार महिला सुरक्षा को नजरअंदाज कर शराब दुकान खोल रही है। मोहल्ले की बहनों और माताओं के साथ हम इसका डटकर विरोध करेंगे।”
उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया तो क्रमबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
महिलाओं में आक्रोश
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं भी मौजूद थीं, जिन्होंने शराब दुकान के खिलाफ नाराज़गी जताते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा, माहौल की शांति और घरेलू हिंसा के बढ़ते खतरे को देखते हुए दुकान नहीं खुलनी चाहिए।
भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप
विकास उपाध्याय ने भाजपा सरकार पर पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए कहा,
“जिस सरकार ने शराबबंदी का वादा कर सत्ता हासिल की, वही आज साय साय पूरे प्रदेश में नई शराब दुकानें खोल रही है। क्या यही है विष्णु देव साय का सुशासन?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नियमों को ताक पर रखकर शराब दुकानें खोली जा रही हैं और “नशाखोरी के नाम पर कमीशनखोरी” को बढ़ावा मिल रहा है।
पृष्ठभूमि:
मोहबा बाजार स्थित उक्त शराब दुकान पूर्व में रिहायशी क्षेत्र में होने और महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद की गई थी। अब दोबारा दुकान खोलने की प्रक्रिया शुरू होने से क्षेत्र में विरोध की स्थिति बन गई है।
आगे की रणनीति:
कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया तो आंदोलन तेज किया जाएगा और राज्यभर में इस विषय पर जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा।