
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा किए गए हालिया विरोध प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश महामंत्री और नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने तीखा हमला बोला है। श्रीवास्तव ने कहा कि यह प्रदर्शन अपराध के खिलाफ नहीं बल्कि अपराधियों के संगठित गिरोह का आंदोलन था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुद अपने शासनकाल के अपराधों और घोटालों से घिरी हुई है, और अब भाजपा सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रही है।
श्रीवास्तव ने कहा कि खुद कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इस प्रदर्शन से सहमत नहीं थे और “अंतरात्मा की आवाज” सुनकर इस आंदोलन से दूर रहे। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह पूरा प्रदर्शन ‘उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे’ वाली कहावत को चरितार्थ करता है।
कांग्रेस पर गंभीर आरोप:
श्रीवास्तव ने कांग्रेस शासनकाल के कई प्रमुख आपराधिक मामलों का उल्लेख किया, जिनमें कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता सामने आई है। प्रमुख मामलों में शामिल हैं:
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13 अक्टूबर 2024: सरगुजा में युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप साहू द्वारा मां-बेटी की हत्या
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11 जून 2024: बलौदाबाजार में कलेक्टर-SP कार्यालय जलाने की घटना, जिसमें कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जमानत पर
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जातीय तनाव: बलौदाबाजार में भड़काने का आरोप, कांग्रेस विधायक उत्तरा जांगड़े का उकसाने वाला भाषण
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3 सितम्बर 2024: बालोद में शिक्षक देवेंद्र ठाकुर की आत्महत्या, पूर्व मंत्री मो. अकबर पर एफआईआर
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20 अप्रैल 2025: बिलासपुर में पूर्व पार्षद काशी रात्रे बलात्कार व वसूली मामले में गिरफ्तार
भ्रष्टाचार और घोटालों पर भी हमले:
श्रीवास्तव ने कांग्रेस सरकार पर शराब घोटाले, PSC भर्ती में घोटाला, महादेव सट्टा ऐप, कोल और DMF फंड में भ्रष्टाचार जैसे मामलों में भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इन मामलों में कई कांग्रेस नेता और अधिकारी आज जेल में हैं, जिनमें पूर्व मंत्री, मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव और चहेते अधिकारी शामिल हैं।
कांग्रेस को जवाब देने की चुनौती:
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस को सड़कों पर प्रदर्शन करने की बजाय पहले अपने 5 साल के शासनकाल का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर छत्तीसगढ़ का माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने बलौदाबाजार, कवर्धा और दुर्ग में भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन सच सामने आने पर उसे पीछे हटना पड़ा।
इस पत्रकार वार्ता में भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे, जिनमें अनुराग अग्रवाल, नवीन मार्कण्डेय, अमरजीत छाबड़ा, अमित साहू, सुनील चौधरी और निशिकांत पाण्डेय शामिल थे।