
रायपुर। भारत की सेना ने एक बार फिर अपने अदम्य साहस और पराक्रम से यह साबित कर दिया है कि जब देश की सुरक्षा की बात आती है, तो वह किसी भी हद तक जा सकती है। 22 अप्रैल की रात को हुए पुलवामा जैसे आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एक सटीक एयर स्ट्राइक कर कठोर जवाब दिया। इस कार्रवाई से साफ संदेश गया है कि भारत की आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” की नीति में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
भारतीय सेना की इस कार्रवाई की देशभर में सराहना हो रही है। नेताओं से लेकर आम जनता तक, हर कोई हमारे वीर जवानों के साहस को सलाम कर रहा है।
विकास उपाध्याय ने इस मौके पर कहा, “भारत अपने नागरिकों और जवानों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देगा। यह एयर स्ट्राइक सिर्फ जवाब नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन कमजोरी नहीं हैं।”
वहीं, इस मुद्दे पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भी स्पष्ट रुख अपनाते हुए सरकार को समर्थन दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “22 अप्रैल की रात से ही कांग्रेस पार्टी यह साफ कर चुकी है कि हम सरकार की इस जवाबी कार्रवाई में पूरी तरह साथ हैं। पार्टी हमारे सशस्त्र बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। यह समय राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एकता और एकजुटता दिखाने का है।”
यह एयर स्ट्राइक न केवल आतंकवादियों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर भी भारत की मजबूत स्थिति को दर्शाता है। भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी स्तर तक जा सकता है।