
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी कैंपों पर एयरस्ट्राइक कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई केवल 25 मिनट में पूरी की गई, जिसमें करीब 90 आतंकवादी मारे गए।
ऑपरेशन सिंदूर की मुख्य बातें:
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तारीख और समय: ऑपरेशन 22 अप्रैल की रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच चलाया गया।
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टारगेट: पाकिस्तान और पीओके में फैले 9 आतंकी ट्रेनिंग कैंप और लॉन्चपैड।
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मुख्य ठिकाने:
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सवाई नाला (मुजफ्फराबाद): लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर
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मरकज सुभानअल्लाह (बहावलपुर): जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
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कोटली गुरपुर, अब्बास कैंप, बरनाला कैंप: आतंकियों को हथियारों और फिदायीन हमलों की ट्रेनिंग देने वाले केंद्र
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पहली बार महिला अफसरों की अगुवाई में ऑपरेशन का खुलासा
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन की मिनट दर मिनट जानकारी दी।
यह पहली बार था जब भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में एक हिंदू और मुस्लिम महिला अफसर साथ नजर आईं।
कर्नल सोफिया ने कहा: “यह ऑपरेशन उन मासूम पर्यटकों और जवानों को न्याय दिलाने के लिए था, जिनकी जान आतंकवाद ने ली।”
🇮🇳 भारत का स्पष्ट संदेश
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली थी, जिसके कनेक्शन पाकिस्तान से साबित हुए हैं। उन्होंने कहा,
“हमारे पास पुख्ता इनपुट थे कि पाकिस्तान में आतंकी फिर हमला कर सकते हैं। भारत ने आत्मरक्षा और आतंकवाद के खात्मे के अधिकार का इस्तेमाल किया है।”
नागरिकों का रखा गया ध्यान
सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑपरेशन के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि किसी निर्दोष नागरिक को नुकसान न पहुंचे और किसी सैनिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
स्कूल-कॉलेज और ट्रांसपोर्ट को लेकर क्या है स्थिति?
हालांकि देश में स्थिति नियंत्रण में है, केंद्र सरकार ने हाई अलर्ट जारी किया है। कुछ संवेदनशील जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रखे जा सकते हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।