
रायपुर। देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारियों की आज कैट के प्रदेश कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कैट के राष्ट्रीय वाइस चेयरमेन अमर पारवानी ने की।
बैठक में अमर पारवानी ने कहा कि ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, ब्लिंकिट, इंस्टामार्ट, ज़ेप्टो, स्विगी आदि द्वारा विदेशी निवेश (FDI) के माध्यम से भारतीय खुदरा व्यापार पर एकतरफा नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने इन कंपनियों पर इन्वेंट्री और मूल्य निर्धारण में मनमानी कर, गली-मोहल्लों की करीब 3 करोड़ छोटी दुकानों को समाप्त करने का आरोप लगाया।
उन्होंने घोषणा की कि 16 मई 2025 को नई दिल्ली में देशभर के व्यापारी नेताओं की एक राष्ट्रीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें इन कंपनियों के खिलाफ व्यापक अभियान की रणनीति तैयार की जाएगी। यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा और छत्तीसगढ़ में भी इसे पूरी ताकत से लागू किया जाएगा।
इस अभियान को स्वदेशी जागरण मंच का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। मंच के प्रांत संयोजक जगदीश पटेल और विभाग पूर्णकालिक शंकर त्रिपाठी ने इन कंपनियों की आलोचना करते हुए कहा कि ये संस्थाएं न केवल एफडीआई नीति बल्कि प्रतिस्पर्धा अधिनियम (Competition Act) का भी उल्लंघन कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत के खुदरा व्यापार की रक्षा हेतु स्वदेशी जागरण मंच इस अभियान में कैट के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा।
बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
अमर पारवानी, जगदीश पटेल, शंकर त्रिपाठी, मगेलाल मालू, जितेन्द्र दोशी, परमानन्द जैन, सुरिन्द्रर सिंह, अजय अग्रवाल, भरत जैन, अवनीत सिंह, उत्तम गोलछा, राकेश ओचवानी, कन्हैया गुप्ता, जयराम कुकरेजा, प्रीतपाल सिंह बग्गा, शंकर बजाज, महेन्द्र बागरोडिया, विजय पटेल, जनक वाधवानी, दीपक विधानी, रतनदीप सिंह, मनीष सोनी एवं प्रकाश माखीजा।