
भिलाई दुर्ग। छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित सुपेला इलाके में दो वर्षों से फर्जी पहचान के सहारे रह रही एक बांग्लादेशी महिला को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान पन्ना बीबी, निवासी जिला खुलना (बांग्लादेश) के रूप में हुई है, जो काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह नाम की दिल्ली निवासी महिला की पहचान का दुरुपयोग कर रही थी।
कैसे हुआ खुलासा?
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सुपेला थाना क्षेत्र के नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में एक संदिग्ध महिला फर्जी दस्तावेजों के साथ रह रही है। जांच में महिला ने अपना नाम अंजली सिंह (पूर्वी दिल्ली निवासी) बताया और आधार कार्ड प्रस्तुत किया, जो संदेहास्पद पाया गया।
पुलिस की कड़ाई से पूछताछ के बाद महिला ने अपनी असली पहचान पन्ना बीबी (पिता– अब्दुल रऊफ) के रूप में कबूल की। जांच में यह भी सामने आया कि वह बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर पहले कोलकाता, फिर दिल्ली और अंत में भिलाई आकर रह रही थी।
फर्जी दस्तावेज और इलाज
पन्ना बीबी ने दिल्ली निवासी एक महिला की पहचान चुराकर फर्जी आधार कार्ड बनवाया और उसी के नाम पर इलाज भी करवाया।
कानूनी कार्रवाई
महिला के खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम 1946, पासपोर्ट अधिनियम 1920, और भारतीय न्याय संहिता 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
मकान मालिक पर भी कार्रवाई
मकान मालिक सूरज साव पर भी किरायेदार की जानकारी पुलिस को न देने और अवैध प्रवासी को आश्रय देने के आरोप में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी
इस संपूर्ण कार्रवाई में एसटीएफ प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, सुपेला थाना प्रभारी निरीक्षक विजय यादव, एसटीएफ उप निरीक्षक रमेश सिन्हा, पंकज चतुर्वेदी, और संतोष गुप्ता की विशेष भूमिका रही।