*रायपुर।* भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेशभर में हो रही लगातार अघोषित बिजली कटौती को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। श्री अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ अब शहरों में सैकड़ों बार हो रही अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश सरकार का नाकारापन सामने आ गया है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि बिजली विभाग के स्टेटस ऑफ टेक्नीकल कम्पलेंट्स में दर्ज शिकायतें इस बात की तस्दीक कर रही हैं कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को अंधकार-युग में धकेल दिया है। अकेले बिलासपुर शहर में एक दिन में 323 बार बिजली आपूर्ति बंद हो रही है। सिटी सर्किल में दो माह में 19,423 शिकायतें दर्ज हुई हैं। ऊर्जाधानी कहे जाने वाले कोरबा में तो हालात और बदतर हैं जहां हर रोज बिजली बंद होने की 155 शिकायतें दर्ज हो रही हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि जब शहरी क्षेत्रों में बिजली कटौती का यह आलम है, तो ग्रामीण इलाकों की हालत क्या होगी, यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है। पूरे प्रदेश में बिजली कटौती से हर वर्ग त्रस्त है और प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घोटाले, भाष्ट्राचार करके तिजोरियां भरने से फुर्सत नहीं है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ का हर मामले में बेड़ा गर्क कर रखा है। बिजली कटौती के चलते अस्पतालों में इलाज करा रहे बच्चों की मौतों का कलंक तक प्रदेश को शर्मसार कर चुका है, लेकिन प्रदेश सरकार की संवेदनहीनता अपनी जगह कायम रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि बिजली बिल हाफ करने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने पूरी बिजली ही साफ कर रखी है। प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने जिस मनोयोग से छत्तीसगढ़ को बिजली के मामले में सरप्लस स्टेट बनाकर जीरो पॉवर कट की आदर्श व्यवस्था स्थापित की थी और अपनी जरूरत की बिजली का उपयोग करके अन्य राज्यों को बिजली की आपूर्ति की थी, उस समूची व्यवस्था को कांग्रेस की भूपेश सरकार ने तहस-नहस करके रख दिया है। श्री अग्रवाल ने कहा कि बिजली कटौती को लेकर जब भी सरकार के खिलाफ आवाज उठी तो सरकार ने राजद्रोह जैसे आरोप में गिरफ्तारियां करके अपने अहंकार और आतंक का पोषण किया है। यह भी जाँच का विषय है कि बार-बार की इस बिजली कटौती का कहीं किसी घोटाले और कमीशनखोरी से कनेक्शन तो नहीं है?
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में अनाप-शनाप बिजली दरें बढ़ाकर और उसी तर्ज पर बिजली बिलों का वितरण करके भी बिजली बिल हाफ के नाम पर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं से धोखाधड़ी कर रही है। बिजली कटौती से हैरान-परेशान उपभोक्ताओं की शिकायतें दर्ज करने के लिए बनाए गए फ्यूज कॉल सेंटर्स का कोई सिस्टम तक यह प्रदेश सरकार विकसित नहीं कर पाई है और कोरी डींगें हाँकने में लगी हुई है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जो पॉवर प्लांट बंद हुए, उनके बदले कोई ठोस वैकल्पिक व्यवस्था करने या फिर नए पॉवर प्लांट स्थापित करने की भी प्रदेश सरकार ने कोई पहल नहीं की। अब यह बात तो तय है कि छत्तीसगढ़ को अंधेरा परोसने वाली कांग्रेस और उसकी भूपेश सरकार का राजनीतिक भविष्य अंधकार के गर्त में जाने से कोई नहीं रोक सकता।