रायपुर/ 17 सितंबर 2024 को रायपुर स्थित राजीव भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने राज्य में शिक्षा विभाग द्वारा किए गए “किताब घोटाले” का पर्दाफाश किया। इसमें शामिल प्रमुख नेताओं में विकास उपाध्याय (पूर्व सचिव, AICC), छाया वर्मा (पूर्व सांसद, राज्यसभा), अनीता शर्मा (पूर्व विधायक), और उदोराम वर्मा (अध्यक्ष, ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी) शामिल थे।
कांग्रेस नेताओं ने गंभीर चिंता व्यक्त की कि बच्चों की किताबें, जो उनके भविष्य की नींव हैं, कूड़े के ढेर में फेंकी जा रही हैं। उन्होंने इसे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की अनदेखी और बच्चों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ करार दिया।
प्रमुख बिंदु:
- महत्वपूर्ण तिथियां: 29 अगस्त को जशपुर, 31 अगस्त को सरगुजा, 3 सितंबर को रायगढ़, और 13 सितंबर को धमतरी में 60 टन से अधिक किताबें प्राप्त हुईं।
- लापरवाही का आरोप: कांग्रेस ने शिक्षा विभाग में भारी लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
- जांच की मांग: कांग्रेस ने मांग की है कि इन जिलों के शिक्षा अधिकारियों और संकुल प्रभारियों की जांच की जाए और उन्हें जिम्मेदारी के दायरे में लाया जाए।
- शिक्षा मंत्री की अनभिज्ञता: कांग्रेस ने यह भी दुख व्यक्त किया कि शिक्षा मंत्री इस घोटाले से अनभिज्ञ बने हुए हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि बच्चों को उनकी किताबें समय पर मिल सकें और भविष्य में ऐसी अनियमितताएँ रोकी जा सकें।