रायपुर: रायपुर पुलिस ने साइबर अपराधों के खिलाफ एक राज्यव्यापी ‘साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा’ की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत पुलिस प्रतिदिन विभिन्न साइबर अपराधों के तरीकों का खुलासा करेगी और नागरिकों को जागरूक करेगी।
हाल के दिनों में, साइबर ठगों ने नए तरीकों से ठगी करने के मामले बढ़ा दिए हैं। इनमें ठग खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेकर पैसे मांगते हैं। ठग अभिभावकों को कॉल करके बताते हैं कि उनके बच्चे हिरासत में हैं और फिर उन्हें रुपये मांगते हैं। इस प्रकार की ठगी में लोगों को पैनिक में आकर पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया जाता है।
रायपुर पुलिस ने नागरिकों को चेताया है कि यदि उन्हें किसी पुलिस अधिकारी के नाम से कॉल आए, तो वे ट्रू कॉलर ऐप का उपयोग कर उसके असली नाम की पुष्टि कर सकते हैं। इसके अलावा, गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप पर भी नंबर को चेक किया जा सकता है। यदि किसी कॉलर की पहचान स्पष्ट नहीं हो रही है, तो उसे साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है।
साइबर क्राइम की शिकायत के लिए नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे साइबर क्राइम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट cybercrime.gov.in पर जाएं या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। अनजान कॉल से सतर्क रहना और पुलिस की मदद लेना बेहद जरूरी है, खासकर जब कॉल करने वाला लालच या धमकी दे रहा हो।
इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को साइबर ठगी से बचाने और उन्हें सही जानकारी प्रदान करना है, ताकि वे किसी भी स्थिति में सुरक्षित रह सकें।