रायपुर / प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि परिवहन विभाग में व्यापक स्तर पर वसूली की जा रही है। उनका कहना है कि राज्य में परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली अब पूरी तरह से वसूली पर केंद्रित हो गई है, जो सड़क से लेकर कार्यालय तक फैली हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग में कार्य करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जैसे लाइसेंस, फिटनेस, नाम ट्रांसफर, परमिट और नए वाहन का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए बिना घूस के कोई काम नहीं हो रहा है।
धनंजय सिंह ठाकुर ने एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि इस वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि लाइसेंस बनवाने आए युवाओं से 1000 रुपये की राशि की मांग की जा रही है। उनका कहना था कि यह सिर्फ दफ्तरों तक सीमित नहीं है, बल्कि सड़क किनारे भी ट्रांसपोर्टर और छोटे हल्के वाहनों से मोटी रकम की वसूली की जाती है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि अनुपम नगर में एक “गैर सरकारी” दफ्तर स्थापित किया गया है, जहां हफ्ता और महीना देना पड़ता है, जो कि भाजपा सरकार के संरक्षण में चल रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा के 15 साल के शासनकाल में वसूली की यह स्थिति और भी बदतर हो गई है। उन्होंने पूर्व में हुए एक बड़े भंडाफोड़ का उदाहरण दिया, जब वाहन चालकों से वसूली के लिए एक टोकन प्रणाली का संचालन किया जा रहा था। ठाकुर के अनुसार, अब फिर से वही स्थिति उत्पन्न हो गई है, जहां हर विभाग में बिना लेन-देन का कोई काम नहीं हो रहा है।
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के अधीन रहने के बावजूद परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस तरह की वसूली की जा रही है और उन्हें इसके लिए संरक्षक का पूरा भरोसा है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि इस वसूली की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का यह मानना है कि वे जो राशि वसूल करते हैं, वह ऊपर तक पहुंचती है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाबदेही की मांग की और कहा कि मुख्यमंत्री को इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि आम जनता को इस वसूली के दुष्चक्र से राहत मिल सके।