
रायपुर। पुलिस ने लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक गैंती गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने 25 से अधिक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था, जिनमें लाखों रुपये के सोने, चांदी के जेवरात और नगदी रकम की चोरी शामिल थी। गिरोह के तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में सृजन शर्मा उर्फ स्वराज, उमेश उपाध्याय, और मोहम्मद सफीक शामिल हैं। ये आरोपी रायपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों—मुजगहन, विधानसभा, तिल्दा नेवरा और मंदिर हसौद—के आवासीय कॉलोनियों में रात्रि में चोरियां करते थे।
गैंती गैंग के
- गिरोह के सदस्य चोरी के लिए गैंती और अन्य औजारों का इस्तेमाल करते थे।
- चुराए गए सोने-चांदी के जेवरात को ज्वेलर्स और अन्य बाजारों में बेच दिया जाता था। इसके अलावा, चुराई गई नगदी से दोपहिया वाहन भी खरीदे गए थे, जिनका उपयोग चोरी की घटनाओं को अंजाम देने में किया गया।
- आरोपी चोरी के जेवरातों को फाइनेंस कंपनियों में गिरवी रखकर नगदी भी प्राप्त करते थे।
पुलिस कार्रवाई:
- आरोपियों से पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। इनसे प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने अन्य सहआरोपी और ज्वेलर्स की गिरफ्तारी भी की।
- गिरोह के पास से लगभग 316 ग्राम सोना, 2 किलो 900 ग्राम चांदी, 5 मोबाइल फोन, 2 दोपहिया वाहन और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।
- आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जिसमें संगठित अपराध, चोरी और फाइनेंस धोखाधड़ी शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
- सृजन शर्मा उर्फ स्वराज (29 साल), निवासी बिलासपुर
- उमेश उपाध्याय (26 साल), निवासी मुंगेली
- मोहम्मद सफीक (25 साल), निवासी मुंगेली
इसके अतिरिक्त, आरोपियों के ज्वेलर्स और माल खपाने वाले सहआरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें हर्ष कुमार बंजारे, मोहम्मद आसिफ सिद्दीकी, मेवालाल कश्यप, हेमंत कश्यप, कमलजीत कश्यप, और अन्य शामिल हैं।
अगली कार्रवाई:
- पुलिस ने उन मकान मालिकों को नोटिस जारी किया है जिनके यहां आरोपियों ने किराए पर रहकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।
- सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही बरतने पर संबंधित कॉलोनियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं।
इस गिरोह का नेटवर्क रायपुर, दुर्ग, कोरबा, अम्बिकापुर, और बिलासपुर तक फैल चुका था, और पुलिस अब उन सभी लिंक की जांच कर रही है।