
रायपुर। राजभवन में शनिवार को “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के अंतर्गत ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान राज्यों का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में निवासरत इन राज्यों के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने सभी को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारत की शक्ति उसकी विविधता में है। उन्होंने कहा, “जब हम एक-दूसरे की संस्कृति को समझेंगे, स्वीकार करेंगे और उसका सम्मान करेंगे, तभी एक सशक्त और समरस भारत का निर्माण होगा।”
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक संवाद और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देती है।
पुरन्दर मिश्रा का संबोधन
कार्यक्रम में ओडिशा प्रतिनिधि और रायपुर उत्तर विधायक पुरन्दर मिश्रा ने कहा, “छत्तीसगढ़िया और उड़िया भाई-भाई हैं।” उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में लगभग 35 लाख ओड़िया भाई-बहन निवास करते हैं, जिन्होंने विशेष रूप से कृषि और खनन के क्षेत्र में राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मिश्रा ने अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान वासियों को भी स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं और राज्यपाल को आश्वस्त किया कि “हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।”
सांस्कृतिक कार्यक्रम बना आकर्षण का केंद्र
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में रह रहे ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन कार्यक्रमों ने दर्शकों को भारत की “अनेकता में एकता” की भावना से रूबरू कराया। नृत्य, गीत और पारंपरिक वेशभूषा में सजे कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
निष्कर्ष
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भौगोलिक सीमाएँ भले अलग हों, लेकिन संस्कृति, भाईचारा और सहयोग के माध्यम से भारत एक है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की यह भावना ही देश को मजबूती प्रदान करती है।