
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले में संदिग्ध मुसाफिरों और बिना सूचना के रह रहे किरायेदारों की पहचान के लिए चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के तहत 44 संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। इन सभी के फिंगरप्रिंट लिए गए हैं और उनकी पहचान का सत्यापन प्रक्रिया में है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गौरेला, पेंड्रा और मरवाही थाना क्षेत्रों में कुल 130 किरायेदारों की जांच की गई। इनमें से गौरेला से 16, पेंड्रा से 14 और मरवाही से 14 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये सभी लोग टाइल्स और फर्नीचर का कार्य करने के बहाने जिले में निवास कर रहे थे, लेकिन उन्होंने न तो स्थानीय प्रशासन को कोई सूचना दी थी और न ही किरायेदारी संबंधी जानकारी थाने में दर्ज कराई थी।
सभी संदिग्ध व्यक्ति पश्चिम बंगाल के मिदनापुर और आसपास के क्षेत्रों से आए हुए पाए गए हैं। पुलिस द्वारा इनके आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों का सत्यापन कराया जा रहा है और बाउंड ओवर की प्रक्रिया के लिए संबंधित रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय को भेजी गई है।
यह विशेष अभियान पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला के हालिया आकस्मिक निरीक्षण के बाद शुरू किया गया, जिनके निर्देश पर जिले में संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और सत्यापन की कार्रवाई तेज कर दी गई है। अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत के मार्गदर्शन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के निर्देशन में किया गया। सभी संबंधित थाना प्रभारियों ने मौके पर जाकर टीमों के साथ कार्रवाई की।
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश और निवास पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने किरायेदारों और श्रमिकों की जानकारी नजदीकी थाने में अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं।