रायगढ़। महानदी से लगे पुसौर के गांव पड़िगांव में लोगों को बाढ़ से तो राहत मिल गई लेकिन पानी के दूषित होने से डायरिया का प्रकोप फैल गया है। वही डायरिया से जनपद पंचायत के सभापति कैलाश पाइक की मौत हो गई। दो दिन पहले एक और ग्रामीण की मौत हो गई थी। इसके अलावा चार और लोगों में भी डायरिया के गंभीर लक्षण मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने दो मौतों की पुष्टि की है। हालांकि ग्रामीणों का दावा है कि तीन दिन में तीन लोगों की मौतें हुई हैं। प्रभावित इलाकों बाढ़ आने की वजह से ही पानी का स्त्रोत खराब हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कैंप लगाया। हर घर में क्लोरीन के टैबलेट बांटने के साथ ब्लीचिंग पाउडर दिया है। पुसौर इलाके में पिछले हफ्ते 11 अगस्त से हुई भारी बारिश और महानदी के उफनने से पुसौर और सरिया के गांवों में बाढ़ आ गई थी। 14 अगस्त से पांच दिनों तक राहत शिविर में लोग रह रहे थे, वापस लौटने के बाद वहां पर डायरिया का प्रकोप दिख रहा है। गांवों के लोगों कहना है कि जिस इलाके में लोग डायरिया से मौत होने की बात कही जा रही है, वह महानदी किनारे होने की वजह से पूरा इलाका डूब गया था।