*प्रदेश में 3 हजार करोड़, दिल्ली में 25 हज़ार करोड़ तो उत्तर प्रदेश में 40 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान*
*देश भर में श्री राम मंदिर के डेढ़ लाख से ज़्यादा कार्यक्रम व्यापारियों ने किए*
देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से देश की अर्थव्यवस्था में सनातन इकॉनमी का एक नया अध्याय बहुत मज़बूती से जुड़ा है और जिसके तेज़ी से देश भर में विस्तार होने की बड़ी संभावनायें दिखाई दे रही है। कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज यहाँ कहा कि एक मोटे अनुमान के अनुसार श्री राम मंदिर के कारण से देश में लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का बड़ा कारोबार हुआ जिसमें प्रदेश में लगभग 3 हजार करोड़़, दिल्ली में लगभग 25 हज़ार करोड़ तथा उत्तर प्रदेश में लगभग 40 हज़ार करोड़ रुपये का सामान एवं सेवाओं के ज़रिये व्यापार हुआ।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने कहा कि देश में यह पहली बार हुआ जब आस्था एवं भक्ति के कारण इतने बड़ा पैसा व्यापार के ज़रिए देश के बाज़ारों में आया और विशेष बात यह है कि यह सारा व्यापार छोटे व्यापारियों एवं लघु उद्यमियों द्वारा किया गया जिसके कारण यह पैसा व्यापार में आर्थिक तरलता को बढ़ाएगा।
पारवानी एवं दोशी ने कहा कि श्री राम मंदिर की वजह से देश में नये व्यापार के अनेक अवसर मिले हैं वहीं बड़े पैमाने पर लोगों को रोज़गार भी मिलेगा। अब समय आ गया है जब एंट्रेप्रेन्यूर्स एवं स्टार्ट ऐप्स को व्यापार में नये आयाम जोड़ने की क़वायद करनी चाहिए। कैट इस विषय पर जल्द ही एक सेमिनार नई दिल्ली में करने जा रहा है।
पारवानी एवं दोशी ने बताया की कैट के हर शहर अयोध्या-हर घर अयोध्या राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत 1 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक देश के 30 हज़ार से ज़्यादा छोटे बड़े व्यापारिक संगठनों ने देश भर में डेढ़ लाख से ज़्यादा कार्यक्रम आयोजित जिसमें अकेले 22 जनवरी को हर एक लाख से ज़्यादा आयोजन हुए। इन कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से लगभग 2 हज़ार शोभायात्रा, 5 हज़ार से अधिक बाज़ारों में श्री राम फेरी, 1000 से अधिक श्री राम संवाद कार्यक्रम, 2500 से ज़्यादा संगीतमय श्री राम भजन एवं श्री राम गीत कार्यक्रम आयोजित किए गए वहीं 22 जनवरी को देश भर में व्यापारी संगठनों द्वारा बाज़ारों में 15 हज़ार से अधिक एलईडी स्क्रीन लगाई गई तथा 50 हजार से अधिक स्थानों पर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, अखंड रामायण एवं अखंड दीपक के कार्यक्रम किए गए वहीं देश भर में 40 हज़ार से अधिक भंडारे व्यापारियों ने आयोजित किए ।
पारवानी एवं दोशी ने यह भी बताया कि देश भर में करोड़ों की संख्या में श्री राम मंदिर के मॉडल, माला, लटकन, चूड़ी, बिंदी, कड़े, राम ध्वज, राम पटके, राम टोपी, राम पेंटिंग, राम दरबार के चित्र, श्री राम मंदिर के चित्र आदि की भी ज़बरदस्त बिक्री हुई। देश भर में पंडितों एवं ब्राह्मणों को भी बड़े पैमाने पर आय हुई। करोड़ों किलों मिठाई एवं ड्राई फ्रूट की प्रसाद के रूप में बिक्री की गई । यह सब आस्था और भक्ति के सागर में डूबे लोगों द्वारा किया गया और देश भर में ऐसा मंजर पहले कभी देखने को नहीं मिला। देश भर में करोड़ों रुपये के पटाखे, मिट्टी के दीपक, पीतल एवं अन्य वस्तुओं से बने दीपक की भी खूब बिक्री हुई । उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लोग उपहार के रूप में श्री राम मंदिर देंगे ऐसी बड़ी संभावना दिखाई देती है। शादियों में मेहमानों को श्री राम मंदिर उपहार के रूप में देने की शुरुआत हो ही चुकी है।
श्री राम के प्रति देश के 9 करोड़ से अधिक व्यापारियों की आस्था और विश्वास को अभिव्यक्त करने के लिए कैट ने सनशाइन फाउंडेशन के साथ मिलकर एक बेहद मधुर गीत हर साज में राम बजे-हर घर में अयोध्या सजे, यह संकल्प उठाना है-श्री राम को घर घर लाना है को भी रिलीज़ किया।